इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट के कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पहली पसंद ग्रेटर नोएडा- एनसीआर बन रहा है। पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार छात्रों का रुझान ग्रेटर नोएडा के संस्थानों की तरफ बड़ा है। इसका प्रमुख कारण ग्रेटर नोएडा में राज्य सरकार की औद्योगिक नीति है। आज ग्रेटर नोएडा में पतंजलि, जेवर एयरपोर्ट, मेट्रो व अन्य औद्योगिक इकाइयों का पर्दापण हो रहा है, जिससे इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट के छात्रों को रोज़गार की अपार संभानाएं नज़र आ रही हैं। एक ही शहर में इतनी औद्योगिक इकाईयो की स्थापना छात्रों की पसंद का कारण है।
कंप्यूटर साइंस भी छात्रों की पहली पसंद
विदित हो की नॉलेज पार्क स्थित एक्सपो मार्ट में प्रतिवर्ष विभिन्न प्रदर्शनियों से भी छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायता मिलती है। गत वर्ष की तुलना में ब्रांचो के चयन की बात करे तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग की भी मांग पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ी है। इसका प्रमुख कारण केंद्र सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर व मेड-इन-इंडिया जैसे प्रोजेक्टों का पूर्तिरूप लेना है। कुछ जानकार बताते हैं की आने वाले समय में इन प्रोजेक्टों के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की मांग बढ़ रही है। सिविल इंजीनियर भी तेजी से छात्रों को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल हो रही है, हालाँकि कंप्यूटर साइंस भी छात्रों की पहली पसंद बनी हुई है।
केंद्र सरकार की मेड-इन- इंडिया ले रही मूर्तिरूप
लेकिन कुछ जानकारों का कहना है की आईटी सेक्टर की तुलना में आने वाले समय में मैकेनिकल इंजीनियर के छात्रों की मांग अधिक होगी। मंगलमय इंस्टिट्यूट के वाईस प्रेसिडेंट मार्केटिंग स्वदेश कुमार सिंह ने बताया कि ग्रेटर नॉएडा में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के कारण छात्रों की पहली पसंद ग्रेटर नॉएडा के संस्थान बन गए हैं। वहीं जी.एल.बजाज के प्रोफेसर शशांक अवस्थी ने कहा कि केंद्र सरकार की मेड-इन- इंडिया व इंफ्रास्ट्रक्टरल डेवलपमेंट की बनी नीतियां अब मूर्तिरूप लेने लगी हैं। जिसके कारण छात्रों का रुझान मैकेनिकल व अन्य कोर ब्रांचो में बढ़ा है।