अगर आप के दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो जलते दिए को भी कोई बुझा नहीं सकता ऐसा ही कुछ कर दिखाया है ग्रीन गैंग ने दरहसल आप को बता दे देश दुनिया का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचा जहा नारी सकती न पहुंची हो महिला शक्ति सिर्फ शहरो तक सिमित नहीं है ये ग्रामिड़ इलाको में भी महिला शक्ति हमेसा आगे निकल कर आयी है
- ऐसा ही कुछ कर दिखाया है ग्रीन गैंग की महिलाओ ने
- फिल्मों में महिला के सशक्तिकरण के बारे में अक्सर कुछ ना कुछ देखने को मिलता है
- कई दफा बताया भी जाता है
- आज हम आपको फिल्मी दुनिया में नहीं रियल लाइफ में ले चलेंगे
- जहां उत्तर प्रदेश में इन दिनों ग्रीन गैंग सक्रिय ये कमजोरो का सहारा बनते है
- साथ ही समाज की कुरीतियों को दूर करने में लोगों को जागरुक करते हैं
- पुलिस की तरफ से ने इन्हें पुलिस मित्र भी घोषित किया जा चुका है
- इसकी शुरुआत भी बीएचयू जेएनयू के छात्रों ने की है और आपको इस गैंग की सभी महिला हरे रंग की साड़ी में नजर आएँगी।
- आइये जानते इस गैंग के बारे में कुछ विशेष बाते
- इस गैंग की शुरुआत आज से 6 साल पहले हुई थी
- उस दौरान बहुत ही कम महिला जुडी हुई थी लेकिन धीरे-धीरे कई महिलाए जुड़ने लगी और आज ग्रीन गैंग 700 महिलाएं शामिल हैं
- जो उत्तर प्रदेश के 4 जिलों में है कार्य कर रही हैं
- जिन्होंने जौनपुर में भी लोगो को नशा मुक्ति नशा करो कि खिलाफ लड़ाई लड़ना शुरू कर दिया है
- इनके काम और उनके कपड़ों को देखकर इनका नाम ग्रीन गैंग पड़ा
इन 4 जिलों में सामाजिक बुराइयों के खिलाफ काम कर रही ये महिलाये,अब जौनपुर में भी हुई है शुरुआत
- उत्तर-प्रदेश के मीरजापुर,वाराणसी, सोनभद्र और भदोही के जिलों के 30 गांवों से अधिक गावो में महिलाओं का ग्रीन गैंग सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लोहा ले रही है।
- यह ग्रीन गैंग सुदूर इलाकों के नक्सल प्रभावित गांवों में महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की भी ट्रेनिंग देता चला आ रहा है।
- ग्रीन गैंग की महिलाएं चाहती हैं कि उनके पति शराब छोड़े साथ ही नशा खोरो के खिलफ आवाज बुलंद की ये महिलाये वाराणसी के खुसियाली गांव से अपनी पहली शुरुआत की थी
- प्रधानमंत्री के सांसदी छेत्र वाराणसी के खुसियारी गांव में नसखोरो के खिलाफ आवाज बुलंद करने के साथ साथ स्वछता मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ग्रीन गैंग की ये महिलाओ ने एक अनूठी पहल सुरु की थी
- इस गांव को गोद लेकर वह काम करने वाली युवाओ की संस्था ने एक धाकड़ महिलाओ की गैंग तैयार की
- जो नशामुक्ति व स्वछता के साथ ही सक्छरता की मुहीम चलाई
- इनके कामो को देख लोग इन्हे ग्रीन गैंग के नाम से जानने लगे
- बता दे कि अपने काम से अनरूप ये महिलाये हमेशा हरी साड़ियों में ही रहती है
- और घर घर जा कर ये महिलाये लोगो को नसे और जुए जैसी बुरी आदतों के प्रति जागरूक करती है
- क्योंकि नसे और सबसे ज्यादा मुसीबत महिलाओं को हमेसा से ही झेलनी पड़ती है।
- इस संस्था की शुरुआत करने वाले बीएचयू व जेएनयू के छात्रों का कहना है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने गुलाबी गैंग बनाकर समाज की कुरीतियों को दूर किया था।
- उसी के तर्ज पर हमने इन महिलाओं का ग्रीन ग्रुप तैयार किया गया है
- जो नशा मुक्ति और स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का काम करेगी
- साथ ही सामाजिक कुरीतियों को दूर करेगी
- इसके बाद बनारस के कुछ और गांव में भी इनकी शुरुआत की गई
- साथ ही उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी इसकी शुरुआत हुई
- साथ ही जौनपुर जिले में इसकी शुरुआत हुई
- जिसमे जनपद के 5 गांव लालपुर नेवादा सिरकोनी बहादुरपुर बकराबाद है।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के छात्रों के बदौलत महिलाओं ने सशक्त की आवाज
- सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एक सशक्त आवाज जो चारो तरफ गूज रही है
- उसके पीछे इन छात्रों का हाथ है
- जहां बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के छात्रों की ओर से बनाई गई ‘होप’ संस्था ने गांव की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ग्रीन गैंग की शुरुआत की हुई है
- छात्रों का यह संगठन आज यूपी के चार जिलों के तीस से अधिक गांवों में शराब समेत कई सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ ये धाकड़ महिलाये लड़ाई लड़ रही है
- आज इन्ही की महिलाओ के बदौलत यह ग्रीन गैंग आज सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एक सशक्त आवाज बन गया है
मिर्ज़ापुर और जौनपुर में टीम को पुलिस का भी मिला साथ
- मिर्ज़ापुर में क्षेत्र में बढ़ रहे बाल यौन शोषण, अवैध शराब खाना, जुआ के अड्डों, महिलाओं पर हो रहे घरेलू हिंसा को रोकने के लिए राजगढ़ क्षेत्र के नक्सल प्रभावित दस गांवों सरसो, पुरैनिया, रामपुर 38, भीटी भवानीपुर, नदिहार, राजगढ़, दरवान, धनसिरिया, कूड़ी, ददरा शराब खोरी के खिलाफ ग्रीन गैंग ने जो अभियान छेड़ा था उसमें उस समय परवान चढ़ाने में मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी का बड़ा हाथ रहां है।
- वही जौनपुर में भी इसकी नीव रखने के पीछे जौनपुर के पूर्व पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी थे
- जिले में इसकी शुरुआत हुई
- जिसमे जनपद के 5 गांव लालपुर नेवादा सिरकोनी बहादुरपुर बकराबाद है।
- इनमे कुल 100 महिलाओ को सशक्त किया गया है
- ग्रीन गैंग ये की महिलाएं जो अपने-अपने गांवों में नशा मुक्ति घरेलू हिंसा पर रोक लगाने के अलावा आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखते हुए पुलिस को सूचित करती है।
- टीम की महिलाओं को बीएचयू के छात्रों एवं प्रोफेसर के सहयोग से बनी होप संस्था ने प्रशिक्षित किया था।
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