जीआरपी सिपाही रोहित कुमार को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र और सिल्वर डिस्क देकर किया सम्मानित।
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जीआरपी सिपाही रोहित कुमार के वीडियो वायरल होने के बाद घटना का डीजीपी उत्तर प्रदेश में संज्ञान लेते हुए रोहित कुमार को सम्मानित करने का फैसला किया, इसी क्रम में आज डीजीपी उत्तर प्रदेश ने सिपाही रोहित कुमार को प्रशस्ति पत्र और सिल्वर डिस्क देकर सम्मानित किया।
उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद के भरथना के रहने वाले जीआरपी सिपाही रोहित कुमार उन्नाव जीआरपी में तैनात थे अपनी ड्यूटी के दौरान रायबरेली कानपुर पैसेंजर ट्रेन में जा रहे थे जहाँ उन्हें कोरारी स्टेशन पर कुछ बच्चे यात्रियों से भीख मांगते हुए दिखाई दिए जिनसे रोहित को बात करने पर पता चला कि वह स्कूल नहीं जाते हैं और बेहद गरीब परिवार से आते हैं, ऐसे में रोहित ने उन बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया और अगले दिन ड्यूटी के बाद वह उनके माता-पिता से मिले और उन बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया उनकी बस्ती के पास एक नीम के पेड़ के नीचे 5 बच्चों के साथ शुरू की गई हर हाथ में कलम पाठशाला आज 125 बच्चों को शिक्षा दे रही है जिसमें उनका सहयोग गांव के ही दो नवयुवक बसंत कुमार और नीरज कर रहे हैं सिपाही रोहित कुमार का हाल ही में तबादला झांसी हो गया जिसके बाद अपनी पाठशाला से विदाई के दौरान छात्रों द्वारा रोते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसको संज्ञान लेते हुए डीजीपी उत्तर प्रदेश ने सिपाही रोहित कुमार को सम्मानित करने का फैसला किया शुक्रवार को दोपहर 2:00 बजे डीजीपी उत्तर प्रदेश ने रोहित कुमार को लखनऊ में प्रशस्ति पत्र और सिल्वर डिस्क देकर सम्मानित किया साथ ही बच्चों को उपहार स्वरूप उन्होंने गिफ्ट भी रोहित कुमार को भेंट किया है रोहित कुमार ने बताया कि डीजीपी उत्तर प्रदेश ने उन बच्चों को निरंतर शिक्षा जारी रखने का फैसला किया है बच्चों की शिक्षा में किसी तरह की कोई बाधा उत्पन्न हो इसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं रोहित कुमार ने बताया कि डीजीपी उत्तर प्रदेश ने कहा है कि आप झांसी में भी दलित और कमजोर बच्चों को पढ़ाने का काम अपना जारी रखें जिसमें किसी तरह की कोई बाधा नहीं आएगी।
Report:- Sumit