भले ही 108 एम्बुलेस सेवा शुरू से अब तक 60 लाख से अधिक लोगों की मदद कर चुकी हो लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की महत्वकांक्षी इस योजना 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा में लापरवाही सामने आई है। इस सेवा की खस्ताहाल और वेरिफिकेशन में लापरवाही करने वाले 55 सीएमओ का वेतन रोक दिया गया है। वैसे 108 सेवा एक निशुल्क सेवा है जो 24 घंटे व 365 दिन जनहित के लिए उपलब्ध है। यह सेवा समाज के हर वर्ग के लिए है, इसमें एपीएल और बीपीएल का कोई बंधन नहीं है।
मरीजों के ढ़ोने के आंकड़ों में भी खेल
- एनएचएम के निदेशक अलोक कुमार के मुताबिक, 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा के वेरिफिकेशनरोपोर्ट में लापरवाही बरतने वाले 55 सीएमओ का वेतन रोक दिया गया है।
- जानकारी के लिए बता दें सीएम की इस योजना में 1488 एम्बुलेंस 108 सेवा की हैं जबकि 102 सेवा की एम्बुलेंस की संख्या 2200 से अधिक हैं।
- निदेशक ने बताया कि इन एम्बुलेंस के रखराव में खूब मनमानी सामने आई है।
- साथ ही मरीजों को ढ़ोने के आंकड़ों में भी खेल सामने आया है।
- खेल उजागर होने के बाद इस संबंध में 55 सीएमओ के वेतन रोकने के साथ ऑडिट रिपोर्ट भी मांगी गई है।
- इसकी भी जांच कराई जा रही है कि इसमें लापरवाही कैसे हुई और इसका बजट कैसे पास हुआ।
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