उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद इसका असर देखने को मिल रहा है। भाजपा की योगी सरकार ने सत्ता में आते ही पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार के किये फैसलों को पलटना शुरू कर दिया है। चाहे वह किसी विभाग में गयी भर्ती हो या अखिलेश सरकार में शुरू हुई योजना। इन पर या तो जांच एजेंसी द्वारा जांच बिठा दी गयी है या फिर इन्हें बंद कर दिया गया है। इस बीच पूर्व सीएम अखिलेश यादव के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट को अब सील कर दिया है जिसके बाद हड़कंप मच गया है।

हज हाउस हुआ सील :

समाजवादी पार्टी की सरकार में गाजियाबाद में करोड़ो रुपयों की लागत से हिंडन नदी तट पर आला हजरत हाउस बनाया गया था। अखिलेश सरकार के जाते ही अब इसे जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। जिला प्रशासन ने बताया है कि हज हाउस में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया था और हिंडन नदी में यहाँ से निकलने वाला पानी जा रहा था जो भूजल और हिंडन नदी के पानी को गंदा कर रहा था। इस दौरान कार्यवाई के लिए मौके पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप पांडे ने कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लगने के बाद हज हाउस फिर से खुल सक ता है। गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे बने हज हाउस का उद्घाटन पूर्व सीएम अखिलाश यादव ने मंत्री आजम खान के साथ किया था।

NGT ने जारी किया था नोटिस :

गाजियाबाद में बने आला हजरत हज हाउस को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया था। एनजीटी ने ये नोटिस एक याचिका पर जारी किया। इस याचिका में आरोप लगाया गया था कि गाजियाबाद में हिंडन नदी क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन कर आला हजरत हज हाउस का निर्माण हो रहा है। साथ ही इस याचिका में निर्माणाधीन 7 मंजिला हज हाउस को तोड़ने का आवेदन किया गया है। इसी के बाद अब उस पर कार्यवाई की जा रही है।

 

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