देवरिया के बालिका संरक्षण गृह में देह व्यापार का मामला सामने आया तो जांच में 18 लड़कियों के गायब होने का भी खुलासा हुआ. जिसके बाद पूरे प्रदेश के शेल्टर होम्स का निरीक्षण किया जा रहा है. अब उसी कड़ी में निरीक्षण के दौरान जहाँ लखनऊ राजकीय महिला शरणालय से 3 संवासिनी लापता मिली, वहीं हरदोई के स्वाधार गृह से भी 19 महिलाओं के गायब होने का मामला भी अब संज्ञान में आया है.
देवरिया शेल्टर होम से 18 लापता:
बिहार के मुजफ्फरपुर की तर्ज पर यूपी में भी शर्मनाक मामला सामने आया. जहाँ प्रदेश के देवरिया जिले के नारी संरक्षण गृह में यौन शोषण होता था. जांच में पता चला कि संरक्षण गृह में 48 बालिका थीं, जिनमें से 24 ही वहां बरामद हुई और 18 गायब हैं.
वहीं इस घटना के बाद हरकत में आये प्रशासन ने जब प्रदेश के अन्य संरक्षण गृहों का निरीक्षण किया तो पाया कि अन्य संरक्षण गृहों की हालत भी देवरिया जैसी ही हैं.
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जिलाधिकारी पुलकित खरे ने किया हरदोई शेलर होम का निरीक्षण:
देवरिया शेल्टर होम के शर्मनाक खुलासे के बाद डीएम कौशल राज शर्मा के निर्देश पर सात टीमें गठित हुईं, जिन्होंने दिन रात एक कर के प्रदेश के सभी शरणालयों में पहुंचकर अलग-अलग छापेमारी की. उन्होंने रजिस्टर खंगाले. संरक्षण गृह में रही रहीं महिलाओं के खानपान सहित, उनके रहनसहन और सुरक्षा सम्बन्धित जानकारी ली.
इसी कड़ी में जब हरदोई के बेनीगंज के निराश्रित महिलाओं के लिए संचालित स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया तो चौकाने वाला खुलासा हुआ. देवरिया और लखनऊ की तरह यहाँ से भी महिलाएं गायब पाई गईं. हरदोई के शेल्टर होम से 19 महिलाएं लापता हैं।
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2 ही महिलायें मिली, 19 गायब:
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने शेल्टर होम का निरीक्षण किया तो उन्हें कई अनियमितताएं मिलीं। स्वाधार गृह में पंजीकृत 21 महिलाओं में मात्र दो मौजूद मिलीं। पुलकित खरे ने यहां का रजिस्टर देखा तो उसमें 21 महिलाओं के नाम दर्ज थे, जबकि मौके पर सिर्फ दो ही महिलाएं थीं। जिसके बाद नाराज डीएम ने शेल्टर होम का अनुदान तत्काल रोकने की सिफारिश की है।
डीएम ने तत्काल अनुदान रोकने की सिफारिश की:
डीएम ने पाया कि शेल्टर होम में पर्याप्त कमरे, बर्तन आदि की व्यवस्था भी नहीं थी। शेल्टर होम की अधीक्षिका की ओर से भी स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। इस पर डीएम ने स्वाधार गृह संस्था पर कार्यवाई करने और संस्था का तत्काल अनुदान रोकने की संस्तुति शासन को भेज दी है।
बता दें कि बेनीगंज कस्बे के मुहल्ला कृष्णा नगर में एक किराए के मकान में आशया ग्रामोद्योग द्वारा स्वाधार गृह संचालित है। बताते हैं कि वर्ष 2001 से संचालित इस ग्रह में हरदोई समेत आसपास जिले की पीड़ित महिलाओं को रखकर उन्हें खाना- नाश्ता के साथ ही सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रति माह कुछ रुपये देने की भी योजना है।