उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला की राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने पिछले 12 साल से फरार चल रहे एक लाख के इनामी बदमाश हरपाल सैनी को गिरफ्तार किया है। जीआरपी ने ये गिरफ़्तारी अमरोहा रेलवे स्टेशन से की है। जीआरपी आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
सीओ जीआरपी संतोष कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि अमरोहा पुलिस ने तार चोरी के मामले में गिरफ्तार बदमाश हरपाल सैनी पुत्र रोशन सैनी निवासी सूरज नगर थाना कटघर और राकेश शर्मा को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत निरुद्ध किया था।
अमरोहा पुलिस 13 सितंबर 2006 को दोनों बदमाशों को एनएसए एडवाइजरी बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत कर दून एक्सप्रेस से मुरादाबाद लौट रही थी। इस दौरान कटघर यार्ड में हरपाल और राकेश शर्मा कूदकर फरार हो गए थे। जीआरपी मुरादाबाद में मुकदमा भी दर्ज किया गया था।
जीआरपी ने राकेश शर्मा को तो दो साल बाद गिरफ्तार कर लिया था लेकिन हरपाल का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। हरपाल के भाई-बहन व रिश्तेदार जीवित नहीं हैं। इसी वजह से जीआरपी के पास हरपाल की कोई फोटो भी नहीं थी।
एडीजी रेलवेज ने फरार हरपाल पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया। एसपी रेलवे मुरादाबाद को फरार बदमाश को पकड़ने के विशेष निर्देश दिए गए थे। इसके बाद इंस्पेक्टर पंकज पंत और अमरोहा चौकी प्रभारी सतीश कुमार को विशेष रूप से लगाया गया। चौकी प्रभारी ने फरार हरपाल के संबंध में काफी जानकारी जुटा ली थी, लेकिन हरपाल के एक स्थान पर न रहने के कारण उसे पकड़ना संभव नहीं हो पा रहा था।
रविवार को अमरोहा से कटिहार जाते समय हरपाल को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि हरपाल ने नाम बदलकर हरि मंडल पुत्र मोहन मंडल निवासी बड़ा बाजार, शिव मंदिर जिला कटिहार रख लिया था। पत्नी व चार बच्चे कटिहार में रहते हैं, जबकि हरपाल दिल्ली, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश और मेरठ में रहकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
जीआरपी को जांच से पता चला है कि हरपाल के खिलाफ अमरोहा, सम्भल, मेरठ व मुरादाबाद जिले में 11 मुकदमे दर्ज हैं। किसी भी मुकदमे में हरपाल की जमानत नहीं हुई थी। अन्य राज्यों में दर्ज मुकदमों के बारे में जीआरपी जीआरपी जानकारी जुटा रही है। एडीजी द्वारा एक लाख रुपये का इनाम हरपाल को गिरफ्तार करने वाली टीम को दिया जाएगा।