हाथरस में डॉ भीमराव रामजी आम्बेडकर की जयंती के मौके पर निकली प्रभात फेरी एक राजनैतिक अखाडा बन गया है। हाथरस भीम रामजी सेना द्वारा निकली गयी आम्बेडकर रैली में हजारों की संख्या में डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर के चाहने वालों ने बाइकों पर भीम सेना का झंडा लगाकर अम्बेडकर जी के नारे लगाये.
लगाये गये नारे
हाथरस नगर में डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर की जयंती पर एक प्रभात फेरी निकली गयी, जिसमें एससीएसटी एक्ट कानून में सुप्रीमकोर्ट द्वारा किये गये बदलाव के बाद विगत दिनों से चल रहे आन्दोलन का साफ नजारा आज अम्बेडकर जयंती की फेरी में देखने को मिला. जहां लोगों में एक अलग ही जोश नजर आया. 2 अप्रैल को दलित आन्दोलन के बाद 10 अप्रैल को सोशल मीडिया पर पूरे भारत के बंद होने के बाद, दलितों का एक नया अध्याय शुरू होता दिख रहा है. अम्बेडकर जयंती की फेरी में लगे नारे इस बात की गवाही दे रहे है. प्रभात फेरी में लगे डॉ भीमराव अाम्बेडकर के साथ वहां के लोगों ने अन्य नारों को लगा कर एक अलग ही रंग दे दिया. प्रभात फेरी में शामिल अनुयाई सर्वणों के खिलाफ एक जुट हो नारा लगाया कि जो दलितों से टकरायेगा, वो चूर चूर हो जायेगा, ये नारा 10 अप्रैल को पुरे भारत के बंद होने पर दलितों का जवाब था. बसपा और भाजपा की सीट रही, हाथरस आज दलित और सवर्णों के बीच एक राजनीति का अखाडा बनती नजर आ रही है.
प्रशासन रही अलर्ट
वहीं दूसरी तरफ हाथरस में डॉ भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. एसपी घुले सुशील ने सभी थानाध्यक्ष को हिंसा और जान माल की हानि को रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किये. भीमराव जी की जयंती पर निकलने वाली प्रभात फेरी पर पुलिस की कड़ी नजर बनी रहेगी. अम्बेडकर पार्को में भी आने वाले लोगो पर पुलिस कर्मियों की नजर बनी रहेगी.
एससी /एसटी में सरकार द्वारा किये बदलाव को लेकर दलित समाज के लोगो में आक्रोश नजर आ रहा है. जहाँ दलित संगठन सरकार को जिम्मेदार बता रही है. वहीं भाजपा इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है। दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान दलित समाज के लोगों के उग्र प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस इस बार कोई लापरवाही नहीं चाहती है. आम्बेडकर जयंती पर सुरक्षा इंतजामों को ध्यान में रखते हुए बाहर से फोर्स मंगवाई गई है।