राजधानी में रोजाना डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों में इजाफा हो रहा है। वही साथ ही कुछ दिनों के अंतर पर डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों की मौत भी हो रही है। इन मरीजों के आकड़ों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी भी किया जा रहा है। लेकिन,ये आकड़ें कितने सच हैं ये कहना मुश्किल है। सोमवार को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रमुख सचिव प्रशांत द्विवेदी ने स्वास्थ्य विभाग के इन आकड़ों को गलत बताया है।
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आकड़ों से अधिक की हुई है मौत
- राजधानी में स्वाइन फ्लू और डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है।
- जिसकी चपेट में रोजाना कुछ लोग आ रहे है। जिनकी जांच के बाद उनमें बीमारी की पुष्टि हुई।
- स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रोजाना इसको लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
- वही स्वाइन फ्लू मरीज की जानकारी मिलते ही मरीज के परिजन को टेमी फ्लू दवा दी जा रही है।
- कुछ दिन पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों और मौत के आकड़ों को भी दर्शाया जा रहा है।
- स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आकड़ों पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रमुख सचिव ने प्रश्न खड़ा कर दिया है।
- चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रमुख सचिव का कहना है कि ये आकड़ें गलत हैं।
- स्वास्थ्य विभाग मरीजों और मौत के आकड़ों को छुपा रहा है।
- प्रमुख सचिव प्रशांत द्विवेदी ने बताया की विभाग के मुताबिक लखनऊ में 36 केस पाये गये है 1 की मौत हुई है।
- वही उत्तर प्रदेश में 90 केस मिले हैं जिनमे से पांच मरीजों की मौत हुई है।
- जबकि सही आकड़ा ये है कि 148 डेंगू के मरीज उत्तर प्रदेश में मिलें हैं।
- जिनमें से 15 डेंगू मरीजो की मौत हो चुकी है।
- प्रमुख सचिव प्रशांत द्विवेदी ने कहा की अब तो SPGI में भी स्वाइन फ्लू फैल गया है।
- यहाँ पर मरीजों के इलाज करते समय स्वाइन फ्लू फैला है।
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