बीते 23 अगस्त को निगोहा स्थित पराग हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा था।जहाँ पर कोई डॉक्टर नहीं मिला था और दो इंटर और बीए पास युवतियां मरीजों का इलाज करते मिली थी। अस्पताल संचालक के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है। वही इसी कड़ी में इस अस्पताल में ऑपरेशन के लिए आने वाले लोहिया संस्थान के सर्जन डॉ.सुनील की पोल खुल गयी।
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छापे पर हुआ खुलासा
- जानकारी के मुताबिक पराग अस्पताल बिना पंजीकरण के ही चल रहा था।
- जिस वक़्त टीम यहाँ पर पहुंची तो अस्पताल में मरीज को खून चढ़ाया जा रहा था।
- जब स्टाफ से इसका रिकॉर्ड माँगा गया तो वो रिकॉर्ड नहीं दिखा सका।
- वहीँ अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था।
- महकमे के छापे में लोहिया संस्थान के सर्जन डॉ.सुनील की पोल खुल गयी।
- मरीज ने खुद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को बताया कि डॉ.सुनील ने उसका ऑपरेशन किया है।
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- साथ ही मरीज के बीएचटी में चिकित्सक नाम व मोबाइल नम्बर भी लिखा था।
- इस बारे में जब लोहिया संस्थान के निदेशक से बात की गयी,तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी नहीं दी।
- हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मामला सामने आते ही कार्रवाई की जायेगी।
- सीएमओ डॉ.जीएस बाजपेई के मुताबिक टीम ने पराग हास्पिटल पर औचक निरीक्षण किया था।
- निरीक्षण के दौरान डॉक्टर समेत कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नही मिला था।
- अस्पताल में 9 मरीज भर्ती मिले थे, जिन्हें नाबालिग व अप्रशिक्षित लड़कियां नर्सिंग सेवाएं दे रही थीं।
- निरीक्षण में मरीजों की बीएचटी देखी गई और मरीजों व तीमारदारों से पूछताछ की गई थी।
- निगोहा निवासी 57 वर्षीय शत्रूघ्न का ऑपरेशन, लोहिया इंस्टीट्यूट के सर्जन डॉ.सुनील ने किया है।
- मरीज व अस्पताल के स्टाफ ने भी बताया कि लोहिया संसथान से डॉ.सुनील सर्जरी करने आते हैं।
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