दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल का दीदार कौन नहीं करना चाहता है ऐसे में नए साल के आखिरी सप्ताह में ताज के दीवाने पर्यटकों की बढ़ी संख्या प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गई है, रोजाना पचास से साठ हजार पर्यटक ताज का दीदार करने आगरा पहुंच रहे हैं. ट्रैफिक के साथ-साथ ताज के अंदर पर्यटकों को अच्छी तरह से ताज देखने को मिले इसके लिए किए गए इंतजाम अपर्याप्त साबित हो रहे हैं.
ताज को देखने के लिए घंटो इंतजार कर रहे पर्यटक…
घंटों लाइन में लगने के बाद ताज देखने का जो सुकून पर्यटकों में दिखता है वह तो अलग है, लेकिन व्यवस्थाओं से पीड़ित सभी पर्यटक हैं दरअसल विदेशी पर्यटकों के लिए 1000 और भारतीय पर्यटकों के लिए 40 का टिकट है. सभी को पहले टिकट के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती है और फिर प्रवेश के लिए लंबी लाइनों की जद्दोजहद में पूरा दिन निकल जाता है कुछ तो ताज देखकर अपने को खुशनसीब मानते हैं वही कुछ हाथ मायूसी हाथ लगती है.
खामियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे पर्यटक
व्यवस्थाओं की खामियों को लेकर यहां आने वाले पर्यटक वीडियो बना रहे हैं अपनी बातें कह रहे हैं और फिर उन्हें फेसबुक और ट्विटर के जरिए पूरी दुनिया में प्रसारित कर रहे हैं इससे ताज महल पर किए गए इंतजामों की कलाई खुलती दिख रही है प्रशासनिक इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं.
मजिस्ट्रेट खुद मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं
जिला प्रशासन ने वीकेंड पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई है सिटी मजिस्ट्रेट खुद मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच पर्यटकों की परेशानी कम नहीं हो रही है. आगरा टूरिस्ट डेवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री समेत मुख्यमंत्री पर्यटन मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों को ट्वीट कर पूरे मामले पर हस्तक्षेप करने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की है.