उत्तर प्रदेश समेत समूचे उत्तर भारत में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून ने दस्तक दे दी है, जिसके चलते सूबे के लगभग सभी जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। वहीँ मूसलाधार बारिश(heavy monsoon) के चलते राज्य की कई प्रमुख नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिनमें गंगा, घाघरा, शारदा आदि नदियाँ प्रमुख हैं।
इलाहाबाद में दर्ज हुई सूबे की सबसे ज्यादा बारिश(heavy monsoon):
- राज्य में दक्षिणी पश्चिमी मानसून अपनी दस्तक दे चुका है।
- जिसके बाद से लगातार सूबे के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है।
- वहीँ बुधवार को सूबे के इलाहाबाद जिले में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी।
- इलाहाबाद में बुधवार को 95.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी।
- साथ ही जिले का अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम 25 डिग्री दर्ज किया गया।
- इलाहाबाद बारिश के बाद बढ़ी ठण्ड के मामले में भी सभी जिलों से ऊपर है।
- इससे पहले मंगलवार को 122.6 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी।
राज्य के अन्य जिलों में बारिश का रिकॉर्ड(heavy monsoon):
- यूपी के इलाहाबाद जिले में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी है।
- इसके साथ ही राज्य के अन्य जिलों में बारिश के आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं।
- बरेली -34.3 मिमी,
- कानपुर – 33.2 मिमी,
- मेरठ – 30.4मिमी,
- नजीराबाद – 60.4 मिमी,
- वाराणसी(बीएचयू)- 46.4मिमी,
- वाराणसी (एयरपोर्ट)- 42.6मिमी,
बनी रहेगी हल्की ठण्ड- मौसम विभाग(heavy monsoon):
- राज्य के मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक,
- लगातर हो रही बारिश खासकर बुधवार की बारिश के बाद कई जगह के तापमान में गिरावट आई है।
- उन्होंने आगे बताया कि, नमी के बढ़ने से ठण्ड में इजाफा हुआ है, जो आगे कई दिनों तक हल्की-हल्की जारी रहेगी।
प्रदेश की प्रमुख नदियों में आज सुबह बाढ़ की स्थिति(heavy monsoon):
- यूपी समेत पूरे देश में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है।
- इसके साथ ही भारी बारिश के कारण सूबे की कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
- इसी क्रम में गुरुवार की सुबह प्रदेश की प्रमुख नदियों में बाढ़ की स्थिति के आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं।
आंकड़े(heavy monsoon):
- लखीमपुर खीरी में शारदा नहीं खतरे के निशान से 1.06 मीटर ऊपर बह रही है।
- वहीँ बाराबंकी, गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
- घाघरा नदी का यह आंकड़ा एल्गिन चरसड़ी बाँध से लिए गए हैं।
- मऊ में घाघरा नदी गौरीघाट पर खतरे के निशान से 4 सेमी नीचे बह रही है।
- वहीँ लखीमपुर खीरी में सुहेली नदी खतरे के निशान से करीब बह रही है।
- बिजनौर में गंगा नदी खतरे के निशान से 9 सेमी नीचे बह रही है।
- अयोध्या में घाघरा नदी खतरे के निशान से 17 सेमी दूर है।