कल प्रदेश में भारी मात्रा में आंधी और बारिश के चलते जन-धन की बहुत हानि हुई. इस दौरान न केवल किसानों को नुकसान हुआ, खेती और बाग़ बर्बाद हुए बल्कि कईयों की जान भी चली गयी. प्रदेश के कई सूबों में लोगों की जान गयी. सरकारी अधिसूचना के आधार पर मरने वालो का आंकड़ा 13 का हैं. इनमें सबसे ज्यादा जनहानि सीतापुर में हुई.
सीतापुर में 6 की मौत:
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला है. बुधवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आए भीषण आंधी-तूफान से 13 लोगों की मौत हो गई और 28 घायल हो गये. आंधी-तूफान से मरने वालों में जहाँ सीतापुर जिले में 6 लोगों की मौत की खबर है, वहीं 17 घायल भी हो गये. तूफ़ान से क्षेत्र धराशायी भी हो गया. इसके अलावा गोंडा में 3 लोगों की मौत हुई.
फैजाबाद और हरदोई में एक एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं कोशाम्बी में 2 लोगों की जान चली गयी.
बता दें कि मौसम विभाग ने 13 और 14 जून को भीषण आंधी तूफ़ान आने को लेकर पहले ही जेता दिया था. वहीं केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमान व्यक्त किया कि अगले तीन दिन तक यह धुंध छाई रह सकती है.
प्रदेश में आये आंधी-तूफान से हुई क्षति का विवरण. @CMOfficeUP @UPGovt @myogiadityanath pic.twitter.com/ljgDfHg5iP
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 14, 2018
सभी जिलों के जिलाधिकारियों को इस बाबत अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया जा चुका है. उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार अगले दो दिनों के भीतर तूफान और आंधी आने के आसार हैं.
तेज धूप निकलेगी लेकिन तेज हवाओं की वजह से इसका असर कम रहेगा. आगरा, मध्य उप्र और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 13 एवं 14 मई को मौसम खराब होने को लेकर भी चेता दिया गया. कुछ जगहों पर बारिश भी हो सकती है.
यूपी के राहत आयुक्त संजय कुमार ने उप्र के सभी जिलाधिकारियों एवं मंडालायुक्तों को निर्देश जारी कर सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों आये आधी तूफान में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई थी और 30 लोग घायल हो गये थे. इसे देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है.