उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी का हाल इन दिनों बहुत बुरा है। पार्टी चौतरफा बगावत झेल रही है, अब शायद पार्टी से उसका चुनाव चिन्ह भी वापस लिया जा सकता है।
हाई कोर्ट ने मामला चुनाव आयोग भेजा:
- उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम ले रही हैं।
- पार्टी के अन्दर चौतरफा बगावत का माहौल पहले ही बसपा सुप्रीमो के लिए मुसीबत बना है।
- अब इस बार पार्टी के चुनाव चिन्ह ने ही पार्टी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।
- एक याचिका के दायर होने के बाद बसपा के चुनाव चिन्ह पर सवाल खड़े हो गये हैं।
- जिस पर दिल्ली हाई कोर्ट ने यह मामला चुनाव आयोग को भेज दिया है और साथ ही चुनाव आयोग को ये सुनिश्चित करने को कहा है कि, जनता के पैसे बरबाद करने वाली पार्टियों पर कैसे रोक लगायी जाये।
क्या कहा गया है याचिका में:
- दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल की गयी याचिका में कहा गया है कि, बहुजन समाज पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी है।
- बसपा प्रमुख ने जनता के पैसों से स्मारकों और पार्कों में पत्थर के हाथी लगवाए हैं
- जिसे याचिका में जनता के पैसे की बर्बादी करने वाला बताया गया है।
- याचिका के सन्दर्भ में दिल्ली हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि, ऐसी पार्टियों के चुनाव चिन्ह तत्काल रद्द किये जाएँ।
- इसके साथ ही चुनाव चिन्ह सम्बंधित गाइडलाइन जारी करने के साथ ही बसपा को नोटिस जारी करने का भी आग्रह किया गया है।