पूरे देश में 14 सितंबर यानि आज का दिन हिंदी दिवस (hindi diwas 2017) के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन कॉलेजों में शिक्षक कई प्रकार से हिंदी पर भाषण देते हैं। हिन्दी का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से स्कूल-कॉलेज और विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान इस दिन छात्रों के लिए कई प्रकार की प्रतियोगिताएं कराते हैं। वहीं आज के आधुनिक युग में facebook, whatsapp, twitter सहित कई सोशल साइट्स पर भी कई तरह के फोटो और वीडियो भेज कर मनाया जा रहा है।
राष्ट्रपति का आगमन: आज और कल बदला रहेगा ट्रैफिक
पहली बार 1953 में मनाया गया था हिन्दी दिवस
- बता दें कि हिंदी दिवस पहली बार देश में 1953 में मनाया गया था।
- हिन्दी दिवस मनाने के पीछे एक खास वजह है।
- ऐसा इतिहास में कहा गया है कि 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा में देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया था।
बाराबंकी के जेल अधीक्षक राज्यमंत्री को 50 हजार रुपये की रिश्वत देने की एफआईआर दर्ज
- 26 जनवरी 1950 से हमारा संविधान लागू हुआ।
- उसी दिन से हिंदीऔर अंग्रेजी देश की आधिकारिक भाषाएं बन गईं।
- लेकिन 14 सितंबर को हिन्दी दिवस पहली बार संविधान लागू हुआ तब अंग्रेजी को केवल 15 सालों तक के लिए आधिकारिक भाषा बनाया गया था।
गोमती रिवर फ्रंट के तटों की सुंदरता पर लगा सीबीआई जांच का ग्रहण
- उसके उपरांत हिन्दी एकमात्र आधिकारिक भाषा होनी थी।
- हिंदी दिवस पर पूरे देश में विशेष कार्यक्रम होते हैं।
- इनमें भाषण और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी शामिल हैं।
- हिन्दी को संवैधानिक रूप से (hindi diwas 2017) भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला था।
बाराबंकी में 66 एकड़ जमीन पर बनेगा एकेटीयू का तीसरा कैंपस
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.