उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बजरंग दल के नेता बलराम डूंगर ने अयोध्या के राम मंदिर पर विवादित बयान देते हुए राजनीति गर्माने की कोशिश की है.
बजरंग दल के नेता बलराम डूंगर ने दिया राम मंदिर पर विवादित बयान:
2019 के लोकसभा के चुनाव आने से पहले ही नेताओं ने राम मंदिर के ऊपर एक बार फिर राजनीति करवाना शुरू कर दिया है. हिंदूवादी संगठन के नेता राम मंदिर के ऊपर विवादित बयान देने से भी नहीं चूक रहे हैं.
क्योंकि मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में हिंदूवादी नेता राम मंदिर को बनाने के लिए हिंदू युवाओं से आगे आने का आह्वान कर रहे हैं.
युवाओं से राम मंदिर निर्माण के लिए आगे आने का किया आह्वान:
मेरठ में भी बजरंग दल के नेता बलराज डूंगर ने विवादित बयान देते हुए राजनीति गर्माने की कोशिश की है, जहां बलराज डूंगर ने हिन्दू युवाओं को बरगलाते हुए राम मंदिर बनाने का आह्वान किया है।
मेरठ में मीडिया से बात करते हुए बजरंग दल नेता ने कहा है कि युवाओं की भागीदारी अयोध्या की पावन धरती पर बाबर द्वारा बनाई गई बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने में थी और अब युवा शक्ति ही राम मंदिर का निर्माण में अपना योगदान करेंगे.
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही राम मंदिर बना सकती है.
राम मंदिर निर्माण के बाद ही होगा हिंदू युवाओं का सम्मान:
हिंदू युवाओं का सम्मान तब तक हिंदुस्तान में नहीं होगा जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता.
25 सितंबर से शुरू होने वाले कार्यक्रम में हिंदू युवाओं को जागरूक कर के राम मंदिर का भव्य निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा.
बजरंग दल के नेताओ ने कोर्ट के फैसले से पहले ही युवाओं को बर्ग लाना शुरू कर दिया है. बजरंग दल के नेता यह मान रहे हैं कि हिंदुस्तान में हिंदू युवाओं का सम्मान नहीं होता जबकि केंद्र और प्रदेश में हिंदूवादी सरकारे मौजूद हैं.
एक सवाल:
बावजूद इसके बजरंग दल नेता किस प्रकार हिंदू युवाओं को भड़का कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए जमीन तैयार कर रही है लेकिन कोर्ट का कोई फैसला ना आने से पहले इस तरह से युवाओं को भड़काना कितना सही और कितना खतरनाक है?
यह भी सब जानते हैं जो कि दो समुदाय से जुड़ा मामला होने के चलते यह काफी संवेदनशील मुद्दा है.
ऐसे मुद्दों पर बजरंग दल के नेता अपनी रोटियां सेकने से कतई भी गुरेज नहीं कर रहे हैं चाहे फिर समाज भट्टी में क्यों ना जाए।