यूपी के कानपुर जिले के जाजमऊ इलाके में कल एक निर्माणाधीन इमारत गिर गई थी। बुधवार दोपहर अचानक हुए इस दर्दनाक हादसे में 12 मजदूरों की मलबे में दबकर मौत हो गई. कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के जाजमऊ इलाके में तैयार हो रहे मौत के इस अपार्टमेंट को बनवाने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष महताब आलम है. गौरतलब हो कि खादी-खाकी और केडीए ‘कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी’ के गठजोड़ से चकेरी में तैयार किया जा रहा था मौत का अपार्टमेंट. इस गठजोड़ का फायदा उठाते हुए चकेरी में अपराधी और हिस्ट्रीशीटर बिल्डर बने बैठे हैं जो की खुद को शिवपाल यादव का करीबी बताते हैं.
ये है मौत का अपार्टमेंट की पूरी घटना
- जानकारी के मुताबिक, कानपुर में ढही इस बिल्डिंग का मालिक सपा नेता मेहताब आलम है, बिल्डिंग बनवाने का ठेका एक ठेकेदार को दिया गया था.
- केडीए के विशेष कार्याधिकारी डीडी वर्मा ने बताया कि जाजमऊ के गज्जूपुरवा में महज 20 फुट की गली में 500 गज के प्लॉट पर बन रही बिल्डिंग के निचले फ्लोर पर दुकानें और ऊपर फ्लैट बनाए जा रहे थे.
- इस बिल्डिंग में दो मंजिल तक बनवाने की परमीशन है लेकिन निर्माण अवैध तरीके से 6 मंजिल तक करवाया जा रहा था.
- बुधवार दोपहर करीब 2 बजे जब 50-60 मजदूर छठे फ्लोर की स्लैब डालने का काम रहे थे, तभी अचानक इमारत ढह गई.
- बिल्डिंग का करीब 25 फुट ऊंचा मलबा भरभरा कर नीचे आ गया इसमें वहां काम कर रहे मजदूर और उनके बच्चे दब गए.
- स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और तुरंत लोग मदद को पहुंचे.
- संकरी गली होने के कारण मलबा हटाने और गाड़ियों को अंदर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
- आज इसी मलबे से एनडीआरएफ की बटालियन ने एक तीन साल की बच्ची को 14 घंटे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते सकुशल बाहर निकाल कर बचा लिया.
- अब यह मासूम चर्चा का विषय बनी हुई है.
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