गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में राजपथ पर भारत की सैन्य ताकत, संस्कृति एवं विविधता का शानदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर आसियान के 10 देशों के नेता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पधारे। कार्यक्रम में सैन्यकर्मियों की परेड एवं सैन्य ताकत के प्रदर्शन के साथ अलग-अलग राज्यों, मंत्रालयों एवं विभागों की झांकियां भी प्रदर्शित की गईं।
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राजपथ पर ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को सलामी दी। राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जनपदों में झंडारोहण किया। लेकिन उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों मे तिरंगे का अपमान करने का मामला सामने आय़ा है।
आगे पढ़ें कहां गाड़ियों में तिंरगा बांध कर पहुंचे शराबी
शराबियों ने गाड़ी में तिरंगे बांधकर पहुंचे ठेके पर…
प्रदेश के लखीमपुर जिले में तिरंगे का खुलेआम अपमान करने का मामला सामने आया है। मामला सगर कोतवाली की पुलिस चौकी एलआरपी चौराहे का है। जहां जिले के शराबियों ने अपने गाड़ियों में तिरंगे को बांध कर शराब पीने पहुंच गये। दरअसल लखीमपुर पुलिस को के कानून व्यवस्था की पोल खोल दी कि कैसे पुलिस ने गणतंत्र दिवस के पर सुरक्षा के इंतजाम किया था।
फहराया गया उल्टा तिंरगा
हाथरस जिले में भी तिरंगे का अपमान करने का मामला सामने आय़ा है। जिले के सासनी नवीन सहकारी संघ कार्यालय पर उल्टा झंडा दिवस फहराया गया है। इस बात की जानकारी जब पर्वेक्षक संतीश चंद्र को हुई तो वे सकपका गये।
मदरसे पर बिना चक्र के लहराता मिला झंडा
बस्ती जिले में के मदरसे पर झंडे का अपमान का मामला सामने आया है. बिना अशोक चक्र के तिरंगे को फहराने का ये मामला सामने आया और मीडिया की टीम पहुंचने के बाद इस झंडे को उतारा गया. मदरसे के ऊपर लगे झंडे में अशोक चक्र नहीं था. स्थानीय लोगों के अनुसार, अनजाने में ऐसा होने की बात कही गई. आनन-फानन में मदरसे के लोगों ने झंडे को उतारा