गृहमंत्री एवं लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर 20 फरवरी को लखनऊ आ रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट में सम्मिलित होने के लिए वह 20 फरवरी से तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ में रहेंगे। गृहमंत्री 20 फरवरी को सायं 7 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगे, वहां से सीधे अपने आवास 4 कालीदास मार्ग जायेंगे।
बताते चलें कि लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है, जिसमें देश-विदेश से मेहमान मौजूद रहेंगे। इस समिट में सरकार उत्तर प्रदेश के स्वरूप से मेहमानों को अवगत कराएंगे तथा उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश करने को कहा जाएगा। इस समिट में सम्मिलित होने के लिए प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति भी मौजूद रहेंगे। इसी समिट में सम्मिलित होने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह 20 फरवरी को लखनऊ आ रहे हैं। इस दौरान गृहमंत्री तीन दिन तक लखनऊ में ही रहेंगे। गृहमंत्री 20 फरवरी को सायं 7 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगे, वहां से सीधे अपने आवास 4 कालीदास मार्ग जायेंगे। 21 फरवरी को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान गोमतीनगर में इन्वेस्टर्स समिट के विभिन्न सत्रों में सम्मिलित होंगे। 22 फरवरी प्रात 11 बजे जयनारायण पी.जी. कालेज के 100 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। सायं 6ः30 बजे गृहमंत्री जी लखनऊ एयरपोर्ट से चेन्नई के लिये रवाना होंगे।
योगी करेंगे समिट की अगुवाई
इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। उद्घाटन सत्र के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 फरवरी को सुबह 10 बजे आयोजन स्थल पर पहुंच जाएंगे। इससे पूर्व 20 फरवरी की रात्रि मुख्यमंत्री आवास पर प्रमुख उद्योगपतियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा। देश के जाने-माने चंद उद्योगपतियों को इस सत्र में बोलने का मौका मिलेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ चाय पर चर्चा में इनकी संख्या और बढ़ जाएगी।
20 फरवरी से ही आने लगेंगे निवेशक
इन्वेस्टर्स समिट में सम्मिलित होने के लिए निवेशक 20 फरवरी से ही आने शुरू हो जाएगा। समिट में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के अलावा केंद्र के सभी महत्वपूर्ण मंत्रलयों के मंत्री और उनसे जुड़े शीर्ष अधिकारी आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार मेजबान होने के नाते प्रदेश के मुखिया योगी समेत पूरी प्रदेश सरकार मौजूद रहेगी। समिट में आने वाले देश के जाने-माने उद्योगपतियों और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल से दोनों सरकारें रूबरू होंगी।
उत्तर प्रदेश की संपन्न सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक विरासत पर चर्चा होगी। तथ्यों और तर्कों के माध्यम से प्रदेश की खूबियां और निवेश की संभावना के बारे में बताते हुए उनसे अनुरोध किया जाएगा कि वह उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में सहयोग करें। सरकार उनको सुरक्षा की गारंटी के साथ हर बुनियादी सुविधाएं देंगी।