जनपद कासगंज में बदमाशों का कहर नहीं रुक रहा है। बदमाश बार बार पुलिस चुनौती को दे रहे हैं। जनपद कासगंज के कोतवाली अमांपुर व कोतवाली सहावर क्षेत्र में दो दिनों में हुई डकैती के दौरान 4 लोगों की हत्या हो चुकी है और उसके तुरंत बाद बीती रात क्षेत्र में fir बदमाशों को देखा गया. जिसके बाद लोगों खौफजदा हैं.
दो दिन में 4 लोगों की हुई हत्या:
बीती रात जनपद कासगंज के कोतवाली अमांपुर व कोतवाली सहावर क्षेत्र कोतवाली सहावर क्षेत्र के हंसनगर में रहने वाले कुछ लोगों को मक्का के खेत में बदमाश बैठे हुए दिखाई दिए।
जैसे ही लोगों ने खेत मे बैठे हुए बदमाशों के ऊपर आतिशबाजी वाले गोले से हमला किया तो बदमाशों ने भी जबाबी फायरिंग करना शुरू कर दिया। जिसकी सूचना आसपास के पूरे क्षेत्र में फैल गई.
जिसके बाद हँसनगर के रहने वाले सभी लोगों ने मक्का के पूरे खेत को चारों तरफ से घेर लिया. पुलिस को भी इस बारे में जानकारी दे दी गयी।
गाँव में घूमते हैं डकैत:
बहरहाल सूचना मिलने के काफी देर बाद पुलिस पहुंची. जिसके बाद पुलिस ने भी पूरे खेत को चारों तरफ से घेर लिया.
पुलिस अधीक्षक पियूष श्रीवास्तव और अपर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए खेत पर एक प्लाटून पी ए सी को लगा दिया और कोबरा गाड़ियों को पूरे कस्बे में जगह जगह राउंड पर भेज दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मक्का के खेत में बदमाशों की छिपे होने की खबर है खेत को घेर लिया गया है खेत काफी घना है इसलिए बदमाशो को खोजने में दिक्कत आ रही है लेकिन उनकी तलाश जारी है।
पुलिस को दे रहे चुनौती:
कस्बे के लोगों में इन बदमाशों की दहशत इस कदर बैठ गयी है कि लोग रात भर अपने घरों के बाहर बैठ कर रखवाली कर रहे थे। डर की वजह से लोग रात को भी हाथों में लाठी डंडे लेकर अपनी सुरक्षा में लगे हुए हैं। वहीं पुलिस भी पूरे कस्बे में लोगों की सुरक्षा में गश्त करने में लगी हुई है।
जब कोतवाली सहावर प्रभारी रविन्द्र बहादुर से बात की गई तो उन्होंने कैमरे पर कुछ न बोलते हुए कहा कि हँसनगर वासियों को चारों तरफ बदमाश ही नजर आते हैं। कोतवाल के इस तरह के गैरजिम्मेदाराना व्यवहार से ही लोगों में भय भरा हुआ है.
उनको अंदेशा है कि कहीं कोतवाल के इस व्यवहार की बजह से ही कोई अप्रिय घटना घटित न हो जाए।
बता दे कि एक दिन पहले ही क्षेत्र में डकैती हो चुकी है. इस दैकैती में ना केवल सामान चोरी हुआ बल्कि तीन लोगों की हत्या भी कर दी गयी थी. इस घटना को गाँव वालों ने कोतवाल की लापरवाही बताया।