आज से पौष पूर्णिमा का पहला स्नान शुरु हो गया है. लाखो श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. आज सैकड़ों दंडी स्वामियों ने इस पौष पूर्णिमा स्नान का बहिष्कार किया हैं. गंगा का जल साफ न होने पर दंडी स्वामियों ने आरोप लगाया हैं , दंडी स्वामियों ने कहा है कि जल नहाने योग्य नही है.
सैकड़ों दंडी स्वामियों ने किया स्नान का बहिष्कार
संगम नगरी इलाहाबाद में आज पौष पूर्णिमा का पहला स्नान शुरू हो गया है लाखों श्रद्धालु आकर संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे है लेकिन आज सैकड़ों दंडी स्वामियों ने इस पौष पूर्णिमा स्नान का बहिष्कार कर दिया है. इन दंडी स्वामियों ने गंगा के जल को साफ न होना बताया है दंडी स्वामियों का आरोप है कि हमसे कहा गया था कि गंगा का जल साफ रहेगा है लेकिन ये जल ना नहाने योग्य है न जल साफ है ऐसे में इन दंडी स्वामियों ने स्नान न करने का फैसला लिया है. अब इन लोगों का कहना है कि अगर ऐसे ही जल गंदा रहेगा तो आगे भी हम स्नान नही करेंगे और आचमन कर लेंगे.
गंगा जल काला है और ये जल नहाने योग्य नही
माघ मेला क्षेत्र में ये सैकड़ो दंडी स्वामी गंगा जल साफ न होने से नाराज है और इन्होंने माघ मेले के पहले स्नान का बहिष्कार कर दिया है. इन साधुओ का आरोप है कि गंगा जल काला है और ये जल नहाने योग्य नही है. ऐसे में हम सब इस गंदे जल में स्नान नही करेंगे सिर्फ आचमन कर लेंगे और अगर आगे भी पानी साफ नही हुआ तो आगे भी हम इस का बहिष्कार करेंगे. इन साधुओ का आरोप है कि सरकार ने वादा खिलाफी की है और इस गंदे पानी को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा कि इस गंदे जल में स्नान न करे.
साधुओं की वजह से ही यह मेला जाना जाता है…
वही मेला अधिकारी ने इस बात की जानकारी होने से इंकार किया है और गंगा जल के संगम में जल्द छोड़े जाने की बात कही है लेकिन जिन साधुओ की वजह से मेले को जाना जाता है और उन्होंने ही इस जल में स्नान नही किया है.