नेपाल-भारत सीमा को तय करने वाले सैकड़ों पिलर गायब
- बहराइच: भारत का पड़ोसी देश नेपाल से हमारे सम्बन्ध काफी अच्छे रहे हैं
- लेकिन इन सम्बन्धों में इधर कुछ दिनों से दरारें पड़ने लगी हैं
- नेपाल के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनकपुर में कहा था कि भारत और नेपाल दो देश हैं,
- ‘लेकिन हमारी मित्रता आज की नहीं त्रेता युग की है,
- लेकिन अब लगता है त्रेता युग की समाप्ति के साथ-साथ सम्बन्धों की गर्मी भी समाप्ति की ओर है।
भारत और नेपाल के बीच न कोई दीवार है, न कोई तार की बाउंड्री
- सिर्फ पिलर लगा कर एक दूसरे की सीमा को दो भागों में बाटा जाता है,
- भारत-नेपाल की 720 किलो मीटर की सीमा रेखा में बहुत से स्थान ऐसे भी हैं
- जहाँ आज-तक पिलर भी नहीं लगे हैं
- और और बहुत से स्थान ऐसे भी जहाँ पिलर लगे थे जिसमें से सैकड़ों गायब है।
- भारत में जारी 2000, 500 व 200 के नए नोट जो जारी किए है
- उनको नेपाल ने अपने यहाँ प्रतिबंधित कर दिया,
- इस प्रतिबन्ध के बाद से आपसी सम्बन्धों में और गिरावट दर्ज की गई है,
- भारत सरकार चिन्तित है,
- भारत-नेपाल सीमा सर्वेक्षण के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया
- कि हमारे नेपाल से सम्बन्ध अब उस तरीके के नहीं जैसे पहले रहा करते थे,
नेपाल थोड़ा प्रो चाइना और ऐंटी इंडिया के हिसाब से चल रहा है
- इसलिए भारत सरकार के सख्त निर्देश हैं कि जहाँ बाउंड्री नहीं बनी वहाँ पिलर तो बनवाने ही बनवाने हैं,
- इसलिए बलरामपुर और महाराज गंज में पिलर प्राथमिकता के आधार पर बनवाना है।
- भारत-नेपाल सीमा सर्वेक्षण सत्र 2018-19 कार्य हेतु सीमा सुरक्षा बल के छठी बटालियन के मुख्यालय अगैय्या (नानपारा) स्थित कतर्निया ब्लाक के सभागार में आयोजित बैठक में क्षतिग्रस्त,
मिसिंग और नये सीमा स्तम्भों के निर्माण के सम्बन्ध में चर्चा की गयी
- साथ ही नो-मैन्स लैण्ड के सर्वे पर भी चर्चा की गयी।
- बैठक में मौजूद दोनों साईडों के अधिकारियों ने एक-दूसरे को सहयोग प्रदान करने आश्वासन दिया।
- बैठक की अध्यक्षता कर रही जिलाधिकारी बहराइच माला श्रीवास्तव ने भारत के सर्वे आफिसर अनुराग कुमार शर्मा तथा चीफ सर्वे आॅफिसर नेपाल उमेश कुमार से अपेक्षा की
- कि बेहतर तालमेल के साथ सर्वे के कार्य को समय से पूर्ण कराया जाय।
- उन्होंने सभी सहयोगी विभागों से अपेक्षा की कि सर्वे कार्य में भरपूर सहयोग प्रदान करें।
- नेपाल साइड के अधिकारियों का नेतृत्व कर रहे
- सीडीओ कपिलवस्तु अर्जुन प्रसाद पोखराल ने कहा कि सर्वे कार्य में हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा।
- बैठक के दौरान जानकारी दी गयी कि
सर्वे कार्य जनपद बलरामपुर से प्रारम्भ किया जायेगा
- बैठक अत्यन्त सौहार्द पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई।
- बैठक में नेपाल साईड के अधिकारियों का नेतृत्व सीडीओ कपिलवस्तु अर्जुन प्रसाद पोखराल ने किया।
- जिसमें सीडीओ डाॅंग गोविन्द रिजाल, सीडीओ रूपनडेही उदय बहादुर राना मगर,
- मुख्य सर्वे अधिकारी उमेश कुमार,
- एसपी शस्त्र पुलिस कपिलवस्तु दीपक अधिकारी,
- रूपनडेही के शुदर्शन सिलवाल
- डाॅग के तुलासी राम दहल, एसपी नेपाल पुलिस कपिलवस्तु अछूत पुडासैनी
- रूपनडेही के हृदय थापा, डाॅग के बेल बहादुर पाण्डेय,
- एसपी डीआईडी एनआईओ कपिलवस्तु नन्द कुमार धीतल,
- एसपी एनआईडी रूपनडेही कमल प्रसाद भट्टाराय, डाॅग के टेक राज तिमिलसेना,
- डीएफओ कपिलवस्तु दुर्गा बहादुर कार्की, रूपनडेही के भारत बाबू श्रेष्ठ व डाॅग के शंकर प्रसाद गुप्ता,
प्रोजेक्ट चीफ एफपीआईयू रूपनडेही के राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेया
- चीफ सर्वे आफिसर रूपनडेही जनक भण्डारी, सर्वे आफिसर नेपाल पवन कुमार खत्री व भगीरथ भट मौजूद रहे।
- बैठक में भारत साईड के अधिकारियों का नेतृत्व जिलाधिकारी बहराइच माला श्रीवास्तव ने किया।
- जिसमें एडीएम (जे) बलरामपुर महेन्द्र कुमार सिंह, एसडीएम नानपारा प्रभाष कुमार प्रशिक्षु आईएएस,
- मोतीपुर के कीर्ति प्रकाश भारती, सिद्धार्थ नगर के अनिल कुमार व महाराजगंज के राजेश कुमार,
- पुलिस क्षेत्राधिकारी तुलसीपुर करनवीर सिंह, एएसपी बहराइच रवीन्द्र कुमार सिंह,
- पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा वीपी सिंह, एसडीओ वन बहराइच प्रकाश चन्द्र पाण्डेय,
- आरओ रूपईडिहा अहमद कमाल सिद्दीकी, सर्वे आफिसर आॅफ इण्डिया अनुराग कुमार शर्मा,
डिप्टी कमाण्डेन्ट 50वीं बटालियन एसएसबी बृजेश सिंह प्रतिहार
- सेकेण्ड इन कमाण्ड आशीष नैथानी, 59वीं बटालियन एसएसबी के कमाण्डेन्ट अशोक कुमार ओला,
- सर्वे आॅफ इण्डिया के विपिन कुमार चैधरी, अनिल जोएल व मलिक राम वर्मा,
- एलआईयू इंस्पेक्टर सुमित दुबे, एसपीओ बलरामपुर अवध बिहारी मौजूद रहे।
- भारत-नेपाल सीमा सर्वेक्षण के विभाग के सी ओ अनुराग कुमार शर्मा ने बताया
- कि दोनों देशों की एक बैठक यह तय हुआ कि सीमा पर 485 नए पिलर बनाए जाएंगे,
महराजगंज में 351, बलरामपुर में 134
- और सिद्धार्थ नगर के दो क्षतिग्रस्त पिलरों को अतिशीघ्र बनवाया जाएगा।
- बहराइच और श्रावस्ती दो ऐसे जनपद है
- जहाँ पहले से पिलर लगे थे लेकिन 2017/18 में जब सर्वे कराया गया
- तो पाया गया कि बहराइच के 131 पिलर गायब है
- और जो हैं भी उनमें 72 की स्थित काफी खराब है और एक आंशिक रूप से टूटा हुआ है,
- इसी तरह श्रावस्ती में 10 पिलर गायब हैं और 40 पिलर टूटे हुए हैं, इन सब को भी दुरस्त किया जाना है
- लेकिन यह दूसरे चरण का काम है प्राथमिकता इस बात की है
- जहाँ अभी लगे ही नहीं हैं वहाँ पहले बनवाया जाय।
- बहरहाल भारत-नेपाल के बीच जो रोटी और बेटी का रिश्ता था
- वह आने वाले समय में सिर्फ बेटी के रिश्ते में सिमट कर रह जाने वाला दिखाई दे रहा है
- जो दोनों देशों के लिए शुभ संकेत नहीं है।
by अज़ीम मिर्ज़ा
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