पूर्वांचल की धरती पर भगवा ब्रिगेड के सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले महंत योगी आदित्यनाथ ने अपने समर्थकों को करारा झटका दिया है। पीएम नरेन्द्र मोदी की गोरखपुर रैली के ठीक बाद योगी आदित्यनाथ ने खुद को सीएम की रेस से बाहर बता दिया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो यूपी में सीएम की रेस में नहीं हैं, वो योगी हैं और योगी ही रहेंगे।
- योगी के इस बयान के बाद उनके समर्थक जरूर निराश हुए हैं।
- उनके समर्थक जोर-शोर से योगी को यूपी में भाजपा का सीएम उम्मीदवार घोषित करने के लिए झण्डा बुलंद किये हुए थें।
- लेकिन अब योगी के बयान के बाद यह साफ है कि वह सीएम पद की रेस में नहीं रहेंगे।
- इससे पहले पार्टी का एक बड़ा गुट चाहता था कि भाजपा यूपी 2017 चुनाव में योगी के चेहरे को आगे करे।
- खासकर हिंदूवादी गुटों का मानना था कि योगी के नाम पर भाजपा यूपी फतह कर सकती है।
- इसी क्रम में हाल में कानुपर में हुई संघ की बैठक में कई हिन्दू संगठनों ने मोहन भागवत से मुलाकात कर योगी को सीएम प्रोजेक्ट करने की मांग की थी।
- योगी ने अपने समर्थकों की मांग पर यह कह कर विराम लगा दिया कि किसी चेहरे के नाम की मांग करना संगठन और व्यक्ति का अपना अधिकार है।
संसदीय बोर्ड तय करेगा चेहराः
- योगी ने कहा कि पार्टी को चुनाव में किसी का चेहरा आगे करना है कि नहीं ये बीजेपी संसदीय बोर्ड को तय करना है।
- उन्होने कहा कि बीजेपी में एक सर्वमान्य चेहरा मोदी जी का है।
- योगी ने अपने बयान में कहा कि पीएम ने देश विदेश में अपनी लोकप्रियता साबित की है।
- उन्होने कहा कि यूपी चुनाव में कौन पार्टी का चेहरा होगा, यह तय करना संसदीय बोर्ड का अधिकार है।
- इसके साथ ही उन्होने कहा कि मैं कोई चेहरा नहीं हूं, मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं।
- योगी ने कहा कि मैं एक सांसद हूं और सांसद के रूप में पार्टी जहां चाहेगी, वहां काम करूंगा।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें