अखिलेश यादव सरकार में खनन घोटाला में नामजद आइएएस अफसर अभय सिंह ( IAS Abhay Singh ) लगातार विवादों के कारण सुर्खियों में रहते हैं। ताजा मामला मामा से मारपीट का है। मामा का आरोप है कि अभय सिंह ( IAS Abhay Singh ) ने प्रतापगढ़ में गुरुवार देर रात उनसे होटल में काफी मारपीट की है।
सिविल लाइन स्थित संपत्ति को लेकर सगे मामा से ही उनके पिता का विवाद हो गया, पिता के साथ मारपीट की गई।
सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने आईएएस अभय सिंह के पिता का मेडिकल कराने के बाद भाजपा नेता समेत पांच नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। भाजपा नेता ने भी पुलिस को तहरीर दी, लेकिन कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
विवादित आइएएस अधिकारी अभय सिंह और उनके मामा भाजपा नेता रवि सिंह के बीच गुरुवार देर रात शहर के राजधानी होटल में प्रापर्टी को लेकर मारपीट हो गई। भाजपा नेता रवि सिंह ने आरोप लगाया कि उनके भांजे अभय सिंह व उनके गुर्गों ने देर रात उनके साथ मारपीट की। रवि सिंह ने गुरुवार की देर रात में नगर कोतवाली में तहरीर दी। उनका आरोप है कि अभय सिंह के दबाव के कारण अभी मुकदमा कायम नहीं हुआ है। उधर अभय सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा कायम कर लिया है। अभय सिंह बुलन्दशहर के डीएम रह चुके हैं और अवैध खनन मामले में सीबीआइ उनके यहां छापे भी मार चुकी है।\
नगर कोतवाली के सिविल लाइन चौकी के करीब ही सिटी पैलेस स्थित है। जहां कुछ दिनों से आईएएस अभय सिंह के पिता अमरेंद्र बहादुर सिंह अपने परिवार के साथ आकर रुके हैं। अभी तक पैलेस की देखभाल उनके मामा और भाजपा नेता रवि सिंह करते आ रहे हैं।
आईएएस अभय सिंह के पिता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी कि रवि सिंह उनके बेटे अंशुमान सिंह, मुन्ना, विजय सिंह, अरविंद तिवारी और तीन अज्ञात लोगों ने उनकी संपत्ति पर कब्जा करने की नियत से मारपीट की।
भाजपा नेता उन लोगों को मकान में रहने से मना कर रहे हैं, जबकि मकान उनकी संपत्ति है। पुलिस ने रात में ही उपरोक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
दूसरी ओर भाजपा नेता रवि सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि वह गुरुवार की रात अपने होटल के काउंटर पर थे। इस बीच उनके बहनोई अमरेंद्र बहादुर सिंह अपने आईएएस बेटे अभय सिंह ( IAS Abhay Singh ) व बहू और पांच छह अन्य लोगों के साथ पहुंचे। उन लोगों ने जान से मारने की नियत से उन पर हमला कर दिया।
अभय सिंह ( IAS Abhay Singh ) ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर सटा दिया। बीच-बचाव करने के लिए उनका बेटा दौड़ा तो उन्हें भी मारापीटा। कर्मचारियों के आने पर उनकी जान बची। कोतवाली में तहरीर देने के बाद भी पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही।
नगर कोतवाल सुरेंद्रनाथ ने बताया कि संपत्ति को लेकर मारपीट की घटना हुई थी। मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है। भाजपा नेता की कोई तहरीर मिली नहीं है।