यूपी के कब्रिस्तानों-श्मशान घाटों में करोड़ों रुपये का घोटाला होने का मामला प्रकाश में आया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व की अखिलेश सरकार में कब्रिस्तानों की चारदीवारी बनवाने में हुए घोटाले की जांच के आदेश दिए थे.
विभाग में अधिक काम होने की वजह से जांच से किया मना:
- एसपी गंगवार के जाँच से इंकार के बाद अब दूसरी जाँच टीम गठित की गई है.
- जांच के लिए बनी समिति अध्यक्ष ने जांच से इनकार कर दिया था.
- समिति के अध्यक्ष एसपी गंगवार ने जांच से अपना पल्ला झाड़ लिया था.
- वर्तमान में नागरिक उड्डयन विभाग में तैनात गंगवार ने जाँच करने से इंकार कर दिया था.
- उन्होंने कहा था कि विभाग में अधिक काम होने की वजह से जांच नहीं कर सकते हैं.
- बता दें की बारह सौ करोड़ रुपए की कब्रिस्तान चारदीवारी योजना की जाँच की जानी है.
- लेकिन ऐसी ख़बरें थीं कि आजम खान के खिलाफ जाँच के लिए गंगवार तैयार नहीं थे.
बनाई गई दूसरी कमेटी:
- कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल घोटाले की जांच की नई कमेटी बनी है.
- आईएएस अनिल ढींगरा की अध्यक्षता में नई समिति का गठन हुआ है.
- अब पूर्व की सरकार में 12 सौ करोड़ की घोटाले की जांच होगी.
- इससे पहले समिति के अध्यक्ष एसपी गंगवार थे.
- वहीँ मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि समय से जाँच पूरी होगी.
आजम खान पर ही है आरोप:
- कब्रिस्तान घोटाले की नींव सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खान द्वारा रखने का आरोप है.
- रामपुर में 387 कब्रिस्तान-श्मशान घाटों की बाउंड्री बनवाने में 200 करोड़ रुपये खर्च हुए.
- लखनऊ के 37 कब्रिस्तान-श्मशान घाटों की बाउंड्री बनवाने में 9.19 करोड़ रुपये खर्च हुए.
- बिजनौर में 167 कब्रिस्तान-श्मशान घाटों की बाउंड्री बनवाने में 1.56 करोड़ रुपये खर्च हुए.
- मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि रामपुर में सबसे ज्यादा आजम खान ने पैसे को लुटाया.
- उन्होंने उजरियांव गांव में कब्रिस्तान का निरीक्षण किया.
- मंत्री ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए थे.
- पहले चार सालों में 200-200 करोड़ रूपये ख़र्च हुए.
- जबकि आख़िरी यानी चुनावी साल में क़रीब पांच 500 करोड़ ख़र्च हुए.
- लेकिन शमशान की चारदीवारी पर सिर्फ़ 600 करोड़ ख़र्च किए गए.
- कब्रिस्तानों की चारदीवारी के घोटाले की जांच के बाद कइयों की गर्दन फंसने की उम्मीद है.
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