आईएएस अनुराग तिवारी (Ias anurag tiwari) की मौत की जाँच कर रही सीबीआई टीम को लखनऊ में रहने का ठिकाना नहीं मिल रहा है. सुनकर थोड़ा अजीब लगा होगा लेकिन यही सच है. मीराबाई गेस्ट हाउस में ही रहकर सीबीआई अपनी जाँच कर रही थी.
सीबीआई की टीम के 6 सदस्य गए वापस:
- वहीँ सीबीआई ने UP सरकार से ठहरने के अलावा दफ्तर के लिए 5 कमरे मांगे थे.
- जबकि 9 सदस्यीय टीम को दिए गए 2 कमरे दिए गए.
- ख़बरों के मुताबिक, असुविधा के कारण टीम के 6 लोग वापस चले गए हैं.
- उनको न कमरे मिले और न ही आफिस के लिए फ़ोन,अन्य सुविधाएं ही मिली.
- बताया जा रहा है कि अनुराग तिवारी केस में CBI टीम दिल्ली जा चुकी है.
- राज्य सरकार द्वारा सीबीआई को सुविधाएँ न देना अपने आप में सवाल उठा रहा है.
डायल 100 को सुबह मिली थी सूचना, किया गया था नजरअंदाज:
- राजधानी लखनऊ में आईएएस अनुराग तिवारी की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई थी।
- जिसके बाद सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है।
- एक राहगीर द्वारा 17 मई की सुबह 5.23 बजे डायल 100 को फोन कर अज्ञात व्यक्ति के गिरे होने की बात कही गयी थी।
- सुबह 5.36 पर अज्ञात शव का मैसेज वायरलेस पर प्रसारित हुआ था।
- इन बातों का खुलासा कॉल डिटेल में हुआ है।
- सूचना देने वाला राहगीर अपनी नाईट शिफ्ट खत्म कर के घर लौट रहा था।
पुलिस की लापरवाही आई सामने:
- आईएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया खुलासा हुआ है।
- जिसमें डायल 100 को सुबह 5.23 बजे VIP गेस्ट हाउस के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति के गिरे होने की बात कही गयी थी।
- वहीँ मामले में अनगिनत लापरवाही कर चुकी लखनऊ पुलिस की एक और लापरवाही सामने आई है।
- पुलिस डायल 100 पर सुबह 6.10 बजे सूचना मिलने की बात कर रही है।
सूचना देने वाला किया गया अंडरग्राउंड:
- सूत्रों के मुताबिक, मामले में पुलिस ने अपनी लापरवाही को खुलते देख सूचना देने वाले को अंडरग्राउंड कर दिया है।
- अनुराग तिवारी के मामले की जांच SIT को सौंपी गयी है, जिसके हेड CO हजरतगंज हैं।
- CO हजरतगंज के नाम इससे पहले भी लापरवाहियां दर्ज हो चुकी हैं।
- गायत्री प्रजापति को जमानत दिलाने के मामले में भी CO हजरतगंज पर सवाल उठे थे।
- जिसके बाद लखनऊ पुलिस फर्स्ट कॉल टाइमिंग को गलत बताकर अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश करती नजर आ रही है।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
- आईएएस अनुराग LDA वीसी के साथ 19 नंबर कमरे में मीराबाई मार्ग गेस्ट हॉउस में रुके थे।
- गेस्टहाऊस के पास लगे ट्रांसफार्मर के सामने सड़क किनारे बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे आईएएस का शव पड़ा मिला।
- राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
- पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
- तलाशी के दौरान पुलिस को आईएएस की जेब से पर्स और कुछ पैसे मिले।
- आईएएस की जेब से मिले आई कार्ड के आधार पर उनकी शिनाख्त की गई।
- प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो, मृतक अधिकारी के मुंह और सिर पर चोट के निशान थे।
- सूचना मिलते ही आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
- एसएसपी ने बताया, प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि उन्होंने मंगलवार की रात करीब 11 बजे अपने साथियों के साथ खाना खाया।
- आशंका है कि वह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले होंगे और उनकी सड़क पर गिरने से मौत हो गई।