आईएएस अनुराग तिवारी का लखनऊ के मीराबाई गेस्टहाऊस के पास लगे ट्रांसफार्मर के सामने सड़क किनारे पड़ा मिला था. आईएएस की मौत के बाद सूबे में हड़कंप मच गया था. आईएएस की मौत की जाँच सीबीआई की सौंपी गई थी. लेकिन इस मौत के रहस्य से पर्दा उठते दिखाई नहीं दे रहा है.
वहीँ इस प्रकरण में अनुराग द्वारा WA ग्रुप में किये गया चैट अपने आप में सवाल उठा रहा है. जिस मौत वाले दिन ही अनुराग तिवारी का जन्मदिन था. WA पर उनके दोस्त उन्हें बधाई दे रहे थे. अनुराग इमोजी का इस्तेमाल लगभग हर चैट में करते थे.
चैट के बीच में बदला गया नंबर:
- लेकिन इस चैट के बीच में अचानक 9449009944 को बदलकर 8660219148 कर दिया जाता है.
- जाहिर है इस बदलाव के बाद प्राइवेट चैट नहीं हो पायी.
- लेकिन जवाब में चैट में इस्तेमाल किये गए ‘Thx bhai’ जवाब सन्देह मजबूत किया.
- इस बात को और पुख्ता किया है कि अनुराग की जगह उस वक्त उनका फ़ोन कोई और इस्तेमाल कर रहा था.
कौन था वो?
- अनुराग के दोस्तों के अनुसार वो कोई और होगा क्योंकि अनुराग इमोजी के बिना चैट नहीं करते थे.
- ऐसे में ये सवाल उठता है कि चैट करने वाला शख्स वाकई अनुराग था या कोई संदिग्ध. चैट करने वाले व्यक्ति के बारे में अभी कोई सुराग नहीं हाथ लगा है.
सूचना देने वाला किया गया अंडरग्राउंड:
- सूत्रों के मुताबिक, मामले में पुलिस ने अपनी लापरवाही को खुलते देख सूचना देने वाले को अंडरग्राउंड कर दिया.
- अनुराग तिवारी के मामले की जांच SIT को सौंपी गयी है, जिसके हेड CO हजरतगंज हैं.
- CO हजरतगंज के नाम इससे पहले भी लापरवाहियां दर्ज हो चुकी हैं.
- गायत्री प्रजापति को जमानत दिलाने के मामले में भी CO हजरतगंज पर सवाल उठे थे.
डायल 100 को सुबह मिली थी सूचना, किया गया था नजरअंदाज:
- राजधानी लखनऊ में आईएएस अनुराग तिवारी की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई थी.
- जिसके बाद सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है.
- एक राहगीर द्वारा 17 मई की सुबह 5.23 बजे डायल 100 को फोन कर अज्ञात व्यक्ति के गिरे होने की बात कही गयी थी.
- सुबह 5.36 पर अज्ञात शव का मैसेज वायरलेस पर प्रसारित हुआ था.
- इन बातों का खुलासा कॉल डिटेल में हुआ है.
- सूचना देने वाला राहगीर अपनी नाईट शिफ्ट खत्म कर के घर लौट रहा था.
क्या है पूरा घटनाक्रम?
- आईएएस अनुराग LDA वीसी के साथ 19 नंबर कमरे में मीराबाई मार्ग गेस्ट हॉउस में रुके थे.
- गेस्टहाऊस के पास लगे ट्रांसफार्मर के सामने सड़क किनारे बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे आईएएस का शव पड़ा मिला.
- राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
- पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
- तलाशी के दौरान पुलिस को आईएएस की जेब से पर्स और कुछ पैसे मिले.
- आईएएस की जेब से मिले आई कार्ड के आधार पर उनकी शिनाख्त की गई.
- प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो, मृतक अधिकारी के मुंह और सिर पर चोट के निशान थे.
- सूचना मिलते ही आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
- एसएसपी ने बताया, प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि उन्होंने मंगलवार की रात करीब 11 बजे अपने साथियों के साथ खाना खाया.
- आशंका है कि वह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले होंगे और उनकी सड़क पर गिरने से मौत हो गई.