उत्तर प्रदेश के लखनऊ परिक्षेत्र के सभी थानों पर पुरुष पुलिसकर्मी नहीं बल्कि पीड़ितों की फरियाद अब महिला पुलिसकर्मी अधिकारी सुनेंगी। पीडि़तों की शिकायत न सुनने की लगातार मिल रही खबर लापरवाही को लेकर आखिरकार आईजी रेंज ने कड़ा रुख अपनाना पड़ा। थानों पर आने वाले पीड़ितों की समस्या का समाधान किए जाने के लिए आईजी रेंज सुजीत पांडेय ने यह नया फार्मूला अपनाया है। इसके लिए थाना व कोतवालियों में एक अलग से काउंटर बनेगा, जहां पर महिला पुलिस अधिकारी बैठकर फरियादियों की फरियाद सुनने के साथ संबधित थाना प्रभारी की मौजूदगी में शिकायतों का निस्तरण करेंगी।
आईजी रेंज सुजीत पांडेय ने निर्देश जारी करते हुए रेंज के सभी कप्तानों से कहा है कि वे खुद ही महिला पुलिसकर्मियों के साथ मीटिंग कर उन्हें ब्रीफ करना सुनिश्चित करेंगे। आईजी रेंज ने सभी थानों पर तैनात महिला पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि थानों पर शिकायत लेकर आने वाले पीड़ितों को थाना प्रभारियों की मौजूदगी में पीडि़तों की समस्या सुने और मामले का जल्द निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि ड्यूटी अधिकारी का यह फर्ज होगा कि वे थानों पर प्राप्त शिकायत को शिकायत रजिस्टर में दर्ज कर उसे जिम्मेदार थानेदार के समक्ष पेश करेंगी। आईजी रेंज ने दिए गए फरमान में यह भी जारी किया है कि थानों पर आने वाले शिकायती प्रार्थना पत्रों में से करीब 25 प्रतिशत शिकायतों का फरियादियों से मोबाइल फोन के जरिए से प्राप्त करेंगी। बताया गया कि पुलिस महिला अधिकारियों की ड्यूटी सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे लगाई जाये। जारी किए गए निर्देश में आईजी रेंज ने कहा कि अगर थाना प्रभारी अवकास पर हैं तो ड्यूटी अधिकारी खुद समस्या सुनें और मामले का निस्तारण करें। फिलहाल अब रेंज के किसी भी थानों पर पुरुष पुलिसकर्मी नहीं बल्कि महिला पुलिसकर्मियों को पीड़ितों की समस्या सुनने के लिए तैनात किया जायेगा।
लखनऊ परिक्षेत्र के आईजी सुजीत पाण्डेय के एक नजर में निर्देश
1- प्रत्येक थाने पर नियुक्त महिला पुलिस इंस्पेक्टर से आरक्षी रैंक की महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी अधिकारी (Duty Officer) बनाया जाए।
2- महिला ड्यूटी अधिकारी की ड्यूटी प्रातः 8:00 बजे से सांय 7:00 बजे तक लगाई जाए।
3- थाने पर शिकायत लेकर आने वाले पीड़ित थाना प्रभारी के साथ साथ ड्यूटी अधिकारी से भी मिलकर समस्या से अवगत कराये। थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में ड्यूटी अधिकारी (Duty Officer) समस्या को सुने तथा उसका निराकरण करे।
4- ड्यूटी अधिकारी( Duty Officer) का यह दायित्व होगा कि वह थाने पर प्राप्त शिकायत को शिकायत रजिस्टर में दर्ज करें तथा उसे थाना प्रभारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगी।
5- ड्यूटी अधिकारी सभी प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों में से करीब 25% शिकायतों का Feedback शिकायतकर्ताओं से फोन के माध्यम से प्राप्त करेंगी।
6-समस्त वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक स्वयं अपने जनपद की महिला पुलिस कर्मियों की मीटिंग कर उन्हे ब्रीफ करना सुनिश्चित करेंगे।