दारोगा (उपनिरीक्षक) भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने की एसटीएफ ने जांच शुरू करने के बाद इस मामले से जुड़े साथ अभियुक्तों को (stf held seven accused) गिरफ्तार किया है. इस पूरे मामले पर IG STF अमिताभ यश ने प्रेस वार्ता की.
7 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार:
- साइबर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज हुआ था.
- 7 अभियुक्तों को इस मामले में अरेस्ट किया गया है.
- IG STF ने बताया कि रिमोट एक्सेस टूल्स का प्रयोग किया गया था.
- गौरव आनंद, बलराम, पुष्पेंद्र सिंह, दिनेश कुमार, दीपक कुमार, गौरव खत्री और राकेश कुमार विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया है.
- गैंग का सरगना सौरव जाखड़ है.
- उन्होंने बताया कि पेपर ऑनलाइन के अलावा फिजिकली भी लीक हुआ.
- पूरे सिस्टम को सिक्योर किए बगैर कंपनी ने एग्जाम करवाया.
- एग्जाम कराने वाली कंपनी ने नियमों का पालन नहीं किया था.
- कंपनी का सिक्योरिटी ऑडिट किया है.
रेलवे परीक्षा मामले में भी वांछित थे अभियुक्त:
- ये अभियुक्त ऑन लाइन रेलवे परीक्षा मामले में भी वांछित थे, इसमें 10 लाख की डील हुई थी.
- परीक्षा कंडक्ट कराने वाली कंपनी से सुरक्षा का ध्यान नहीं दिया.
- कंपनी की सुरक्षा की जाँच की जा रही है.
- पेपर को फिज़िकली भी लीक किया गया था.
- अमिताभ यश ने बताया कि अभी कई और जांच होना बाकी है.
- गिरफ्तारी में परीक्षार्थी,संचालक,और सेंटर का संचालक भी गिरफ्तार किया गया है.
- IT हेड भी गिरफ्तार हुआ है.
- उन्होंने बताया कि कई सेंटर्स से हुई है हैकिंग.
- सरगना जेल से बैठ कर भाई के साथ कंडक्ट किया गया था हैकिंग प्लान.
एसटीएफ ने की बड़ी कार्रवाई:
- एसटीएफ अधिकारियों ने इस प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. त्रिवेणी सिंह को सौंपी. पिछले दिनों कंपनी के अधिकारियों से उनके सर्वर, उसकी सुरक्षा और प्रश्न पत्रों को डिकोट करने के अधिकारों के बारे में पूछताछ की थी.
- जांच अधिकारियों ने कंपनी के प्रबंधकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि परीक्षा से जुड़े सर्वर में किसी भी दशा में छेड़छाड़ न करने के निर्देश दिए थे.
- कर्मचारियों, इंजीनियरों की सूची जांच अधिकारियों को सौंपने को कहा गया था.
- बता दें कि ऑनलाइन भर्ती परीक्षा जिस सर्वर से संचालित हो रही थी, उसका मुख्यालय गाजियाबाद में है.