पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन लखनऊ ए सतीश गणेश मंगलवार दोपहर करीब पौने दो बजे डाॅयल-100 की कार्यप्रणाली व उनकी कार्यकुशलता की समीक्षा करने के लिए अपने पीआरओ राजेश दीक्षित द्वारा अपने प्राइवेट मोबाइल फोन से 100 नम्बर पर एक निश्चित स्थान पर दो कार सवारों की आपस में झगड़ा होने की सूचना दी। कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर आईजी अपनी गाड़ी में बैठकर इसपर नजर रख रहे थे।
आईजी ने कहा रोज सेव और साफ वर्दी पहनकर करें ड्यूटी
- पड़ताल के दौरान आईजी ने पीआरवी में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारीगण को बेहतर साफ वर्दी धारण करने व प्रतिदिन शेव करके डियूटी पर आने व तत्काल सम्बंधित थाने से डयूटी हेतु असलाह आदि प्राप्त करने के निर्देश दिए।
- उन्होंने गाड़ी के कमाण्डर को अपना पेट्रोलिंग रूट चार्ट की प्रति एक फाइल फोल्डर में सुरक्षित तरीके से तैयार रखने को कहा।
- साथ ही उनको यह भी हिदायत दी कि वे प्रत्येक घण्टे में अपनी पीआरवी में लगे उपकरणों (एमटीडी, आरटी सेट मोबाईल फोन) आदि की सक्रियता की जाॅच करते रहें ताकि वे उपकरण सही तरह से काम करते रहें और उन्हें तत्काल किसी घटना की सूचना मिल सके।
- इसके अलावा सभी पीआरवी मोबाइल को अपने बीट क्षेत्र में आने वाले प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष, क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मोबाइल नम्बर भी रखने को कहा।
- ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भी घटना की जानकारी दी जा सके।
लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई
- पुलिस महानिरीक्षक ने पीआरवी के चालकों/कमाण्डरों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे किसी भी दशा में अपने वाहन को छोड़कर गैरजिम्मेदाराना व्यवहार नहीं करेगें।
- यदि किसी अपरिहार्य कारणवश जाना पड़े तो अपने कमाण्डर से अनुमति लेने के उपरान्त ही जायेगें।
- अपेक्षा की गई कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व उनके अधीनस्थ राजपत्रित अधिकारीगण अपने कार्यक्षेत्रों में कार्यरत पीआरवी पर तैनात कर्मचारियों की कार्य कुशलता परखने हेतु समय-समय पर वाहनों का आकस्मिक निरीक्षण करत रहेगें।
- लापरवाही बरतने पर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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