राजधानी लखनऊ के मड़ियांव कोतवाली क्षेत्र स्थित भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आईआईएम) के डायरेक्टर प्रो. अजीत प्रसाद की पिछली दिनों दिल का दौरा पड़ने से उनकी हालत गंभीर हो गई थी। उनका इलाज पीजीआई में चल रहा था। उन्हें पिछले सोमवार सुबह एकेटीयू में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होना था लेकिन जब वे नहीं पहुंचे तब लोगों को उनकी तबियत के बारे में जानकारी हुई थी। प्रो. अजीत प्रसाद ने बुधवार को अंतिम साँस ली। वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। प्रो. अजीत प्रसाद के निधन से शोक की लहार दौड़ गई। पीजीआई के सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार देर प्रो. अजीत की हालत बहुत गंभीर हो गई थी। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। उन्होंने दोपहर बाद अंतिम साँस ली। प्रफेसर के निधन की सूचना मिलते ही उन्हें देखने के लिए उनके घर में लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार भैंसाकुंड में किया जायेगा।
प्रोफेसर का इलाज कर रहे डॉ. अमित ने बताया कि अटैक इतना तगड़ा था कि ब्रेन तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाया, जिसके चलते ब्रेन पर भी असर आया था। जांच में पता चला था कि उन्हें बहुत जोर का हार्ट अटैक पड़ा था। मालूम हो कि प्रो. अजीत प्रसाद अक्टूबर 2015 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ के डायरेक्टर नियुक्त किए गए थे। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेन कॉलेज से बीए ऑनर्स इन इकोनॉमिक्स, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एमए इन थ्योरीटिकल स्टैक्टिक्स एंड एकोनोमेट्रिक्स की पढ़ाई की है। इसके बाद आईएमआई दिल्ली से पीजीडीएम इन इंटरनेशनल बिजनेस, पटना यूनिवर्सिटी से एप्लाइड एकोनोमेट्रिक्स से पीएचडी, साथ ही लंदन स्कूल और इकोनॉमिक्स से एमएससी इन सोशल पॉलिसी एंड डेवलपमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने प्लानिंग कमिशन में पांच साल, दो साल एसबीआई में, तीन साल इस्कैप में काम करने के अलावा उन्हें विभिन्न संस्थाओं में 17 साल से ज्यादा के एकेडमिक क्षेत्र का भी अनुभव था।
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