कानपुर में स्थित IIT कॉलेज के 50वें दीक्षांत समारोह का नजारा इस बार कुछ खास रहा। हमेशा की तरह काले गाउन में दिखने वाले छात्र इस बार ठेठ देषी अंदाज में कुर्ता पायजामा और गमछा डाले समारोह में पहुंचे।
समारोह का आयोजन 15 और 16 जून को किया जा रहा है। हालांकि वेषभूषा के अलावा बाकी सब वैसा ही था जैसा कि हर दीक्षांत समारोह में होता है। इस बार मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक सांसत पटनायक को प्रेजिडेंट गोल्ड मैडल के लिए चुना गया। साथ ही अन्य छात्रों को उनकी डिग्रियां दी गयीं।
160 छात्रों को पहली बार दी जाएगी पीचडी की डिग्री :
- IIT कानपुर के 50वें दीक्षांत समारोह में इस बार रिकाॅर्ड 160 छात्रों को Phd की डिग्री दी गयी।
- जो कि आईआईटी कानपुर के इतिहास में पहली बार हुआ है।
- इस दौरान सांसत पटनायक को प्रेजिडेंट गोल्ड मैडल से नवाजा गया.
- वहीं अन्य सात छात्रों को भी गोल्ड मैडल प्रदान किए गए।
- इसके अलावा 1754 IITans को डिग्री दी गयी है, इसमें स्नातक के 809 और परास्नातक के 945 छात्र शामिल हुए।
- दो दिवसीय इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रषेखरन रहे।
- जिन्होंने छात्रों को एमटेक, पीएचडी सहित तमाम डिग्रियां दी गयी।
- IIT कानपूर में आजादी के बाद से चली आ रही अंग्रेजी परंपरा को छोडते हुए इस बार भारतीय परंपरा में दीक्षांत समारोह का आगाज किया है।
- ऐसे में काले गाउन की जगह छात्र ठेठ देषी अंदाज में दिखे जो कि अपने आप में ही एक अलग नजारा था।
- बता दें कि इस दौरान खुद मुख्य अथिति रहे टाटा संस के मालिक ने भी इसका स्वागत किया.
- साथ ही उन्होंने इस दौरान अपनी वेशभूषा को बदलकर भारतीय लिबास धारण किया.
- जिसके बाद कॉलेज की छठा देखते ही बन रही थी जहाँ सभी छात्र-छात्राएं भारतीय लिबास में आये थे.
- बता दें कि यह कार्यक्रम दो दिन तक चलने वाला है जिसमे दोनों दिन यह वेशभूषा रहेगी.
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