फ़र्रुखाबाद के कई ग्राम पंचायतों के तालाबों की सरकारी जमीनों पर दबंगों-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे किये जा रहे हैं। गांव की रौनक बने तालाब धीरे-धीरे विलुप्त होते जा रहे हैं। वहीं सीएम योगी के आदेशों के बाद भी तहसील व जिला प्रशासन दबंग भू-माफियाओं के मामले में मौन है। जिले में वर्षों पहले सैकड़ों तालाब हुआ करते थे। लेकिन वर्तमान समय में शहर से लेकर गांवों के अंदर ज्यादातर तालाबों में लोगों ने गंदगी डाल-डाल कर भर दिया। जिसमें नगर पालिका की पूर्ण रूप से भागीदारी रही है।
तालाब के पास से गुजरना भी मुश्किल
जिन लोगों ने मछली पालने के लिए नगरपालिका से तालाब का पट्टा कराया था। उन्हीं लोगों ने उसकी प्लाटिंग कर दी। जिसका जीता जागता उदाहरण डिग्गी तालाब है। जहां पर आज आलिशान मकान बने हुए है। फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भोलेपुर में एक तालाब है। जिसको स्थानीय निवासियों ने चारो तरफ से कब्जा करना शुरू कर दिया है। वहीं पूरे मोहल्ले के घरों की गंदगी उस तालाब में फेंकी जा रही है।इस तालाब में गंदगी होने से मच्छर की पैदावार इतनी ज्यादा है कि रात के समय उस तालाब के पास से गुजरना भी मुश्किल हो रहा है।
प्राचीन है शीतला माता मन्दिर के पास बना यह तालाब
शहर के मोहल्ला बढ़पुर में शीतला माता मन्दिर के पास प्राचीन तालाब है। जिसकी मान्यता है कि जो आदमी चेचक से पीड़ित होता था। इस तालाब में स्नान करने से चेचक खत्म हो जाती थी। लेकिन इस तालाब पर भी भू माफियाओ की नजर पड गई। तालाब के चारों ओर की जमीन बेच दी। वर्तमान समय में इस तालाब का हाल यह है कि लैट्रिन टैंक के पानी से लेकर हर प्रकार की गंदगी इसमें छोड़ी जा रही है। लेकिन नगरपालिका ने कभी इसको साफ़ कराने की जहमत नहीं उठाई है। कहना था अधिकतर तालाबों के पट्टे कर दिए गए हैं यही आलम रहा तो जमीन में वॉटर लेबल बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे तालाबों का नामों निशान मिट जायेगा।
तालाब कब्जा मुक्त कराने की मुहिम शुरू
जिले के सातों ब्लाकों के जितने भी गांव है हर गांव में तालाब हुआ करते थे। लेकिन सभी पर लोगों ने किसी न किसी प्रकार से कब्जा कर रखा है। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि जिले में तालाब मुक्त कराने की मुहिम शुरू कर दी है। उसी के तहत 100 तालाबों को चिन्हित करके उनको खाली कराया गया है। उन तालाबों पर लोगों ने फसल उगाकर कब्जा किया था। उसके साथ ही इसी प्रकार की कार्यवाही चलती रहेगी। क्योकि सभी तालाबों को मुक्त कराकर उनको मूल रूप में लाया जायेगा। दूसरी तरफ जिन लोगों ने तालाबों के पट्टे कराकर उसकी प्लाटिंग कर दी है। उनको उस तालाब से बेदखल करने के बाद उसको मुक्त कराया जायेगा। जो दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।