जुर्म के खिलाफ आवाज उठाना एक एसआई को महंगा पड़ गया। जुर्म को रोकने वाले पर ही जुल्म ढ़ाया जा रहा है। मामला मिर्जापुर के अदलहाट थाना क्षेत्र का है जहां एक एसआई की तैनाती थी। एसआई ने अपने ही अफसर पर आरोप लगाया है कि ड्यूटी के दौरान अवैध खनन और ओवरलोड ट्रकों को छोड़ने का दबाव बना रहे थे। इसकी शिकायत एसपी से करने पर उसे अनुशासनहीनता का हवाला देकर सस्पेंड कर दिया गया। उक्त एसआई ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।

जानकारी के अनुसार एसआई विजय प्रताप राम की ड्यूटी मिर्जापुर जिले अदलहाट थाने पर प्रशिक्षु एसआई के रूप में है। प्रशिक्षु एसआई ने अपने ही अफसर पर आरोप लगाते हुए कहा कि थानाध्यक्ष विजय प्रताप सिंह द्वारा ड्यूटी के दौरान अवैध खनन और ओवरलोड ट्रकों को छोड़ने का दबाव बना रहे थे। जिससे इंकार करने पर थानाध्यक्ष ने एसपी से गलत शिकायत कर उसका ट्रांसफर करवा दिया।

 

SO और SI के बीच हुए बातचीत का ऑडियो एसपी को भेजा

पीड़ित एसआई विजय प्रताप राम का कहना है कि खनन विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन का खेल हो रहा है। ओवरलोड ट्रकों को छोड़ने का दबाव एसओ बना रहे थे, जिसकी आडियो रिकार्डिंग उसने कर ली। बताया कि एसओ द्वारा ट्रक छोड़ने का दबाव बनाने वाला ऑडियो एसपी के नम्बर पर भेज दिया। जिसके बाद एसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया।

 

मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

पीड़ित प्रशिक्षु एसआई ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। कहा कि उसके साथ एसपी द्वारा न्याय नहीं किया गया है। विजय प्रताप राम की ड्यूटी मिर्जापुर जिले अदलहाट थाने पर प्रशिक्षु एसआई के रूप में है। पीड़ित ने मामले की जांच की मांग की है।

अनुशासनहीनता किए जाने पर हुआ निलंबितः एसपी

इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी का कहना है कि अंडर ट्रेनिंग एसआई द्वारा अनुशासनहीनता किए जाने की शिकायत अदलहाट थाने के प्रभारी विजय प्रताप सिंह द्वारा किया गया था। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए निलंबन किया गया है। अगर ऐसी कोई शिकायत एसआई की है तो प्रॉपर चैनल से करना होगा तभी कार्रवाई की जाएगी।

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