चुनाव की आहट के साथ ही असलहों का कारोबार भी चमकने लगा है। हरदी पुलिस ने सरयू के कछार में छापेमारी कर असलहों की फैक्ट्री का भांडाफोड़ करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि मौके से एक देशी, बंदूक, एक अध्धी, तीन तमंचा के साथ कई अर्द्धनिर्मित असलहे और कारतूस बरामद किये गए हैं। पकड़े गए आरोपितों के पास से पूछताछ की जा रही है।
पैमाने पर हो रहा था असलहों का कारोबार
- बता दें की चुनाव के दौरान आचार संहिता लगते ही पुलिस की नींद टूट गई है।
- चुनाव से पहले जहां पुलिस कुछ नहीं बरामद कर पा रही थी वहीं अब रोजाना करोड़ों रुपये का सामान पकड़ा जा रहा है।
- प्रदेश में वैसे तो बड़ा असलहों का कारोबार होता है।
- छापेमारी के चलते महसी तहसील क्षेत्र के कछार में असलहों का कारोबार चमक उठा था लेकिन पुलिस ने इस पर विराम लगा दिया।
- कई दिन से अवैध असलहों के कारोबार की सूचना पुलिस को मिल रही थी।
- इस पर मंगलवार देर रात को थानाध्यक्ष हरदी निर्भय नारायण सिंह ने एसआई राजकुमार रावत, उमानाथ पांडेय, अरविंद कुमार, पंकज मिश्रा, जयशंकर आदि के साथ अहिरनपुरवा गांव के निकट सरयू के कछार में घेराबंदी कर छापेमारी की।
- पुलिस टीम ने मौके से एक 12 बोर देशी बंदूक, एक अध्धी, दो तमंचा 12 बोर, एक तमंचा 315 बोर, कुछ कारतूस व अर्धनिर्मित देशी कट्टे, बंदूक की बट, तीन बैरल 12 बोर, एक अर्द्धनिर्मित बैरल तथा बड़े पैमाने पर असलहा बनाने के उपकरण बरामद किये।
- मौके से असलहा बना रहे गलकारा निवासी नेकपाल यादव पुत्र प्रभुदयाल व कैलाश यादव पुत्र रामसहारे को गिरफ्तार किया गया है।
- इन सभी से पूछताछ चल रही है। थानाध्यक्ष का कहना है कि असलहों का प्रयोग चुनाव में होने की आशंका थी।
- पकड़े गए दोनों आरोपियों से किन लोगों को सप्लाई की जानी थी उनका ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
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