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25 अगस्त को श्रीकृष्ण प्राकट्य उत्सव मथुरा में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, इस दौरान करीब 30 लाख लोग श्रीकृष्ण के जन्मस्थान पर दर्शन करने पहुंचे।
हजारों साल बाद बना था ऐसा संयोग:
- श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में कृष्ण प्राकट्य उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
- जन्माष्टमी के मौके पर करीब 30 लाख कृष्ण भक्त उनके जन्मस्थल पर पहुंचे।
- इस वर्ष की जन्माष्टमी में ठीक वही संयोग बना था, जो 5242 साल पहले श्रीकृष्ण के जन्म के समय था।
- श्रीकृष्ण की नगरी में जुटे श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था।
- पिछले साल यहाँ जन्मोत्सव के दौरान करीब 20 लाख लोग पहुंचे थे।
- मथुरा-वृन्दावन में सुरक्षा के लिहाज से करीब 4000 सुरक्षाबलों की तैनाती की गयी थी।
अगले पेज में देखें श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तस्वीरें:
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25 किलो चांदी के अष्ट कमल पर हुआ प्राकट्य:
- मथुरा में भगवान कृष्ण का प्राकट्य 25 किलो को चांदी के अष्ट कमल पर हुआ।
- चांदी के कमल को कुछ इस तरह डिजाईन किया गया कि, जन्म के समय के अनुसार उसकी पंखुडियां खुलने लगीं।
- जिसमें से बाल-गोपाल रुपी कृष्ण ने दर्शन दिए।
जन्म के साथ ही हर ओर ढोल-मंजीरे और भजन:
- मथुरा में भगवान कृष्ण का जन्म 25 किलो की चांदी के अष्ट कमल पर हुआ।
- श्रीकृष्ण के जन्म के समय के साथ ही मथुरा-वृन्दावन में चारों ओर ढोल-मंजीरों के साथ भजन-कीर्तन सुनाई देने लगे।
- भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य समारोह में कई विदेशी श्रद्धालु भी पहुंचे।
- मथुरा में जन्माष्टमी के मौके पर सभी छोटे-बड़े मंदिरों में राधा-कृष्ण की प्रतिमाओं का भव्य श्रृंगार किया गया था।
- साथ ही इस बार जन्माष्टमी की थीम ‘बेटी बचाओ’ रखी गयी थी।
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