उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधान सभा चुनावों में एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी प्रदेश में रहने मुसलमानों को अपने साथ जोड़ने के लिए छोटी बडी तमाम मुस्लिम दलों के नेताओं को अपनेे साथ जोड़ने का प्रयास कर सकते है। ओवैसी की नजर प्रदेश में रहने वाले सभी वर्ग के मुसलमानों पर है इसलिए वो कौमी एकता दल के साथ मिलकर प्रदेश में चुनाव लड़ सकते है।
ओवैसी उत्तरप्रदेश में ले सकते है कौमी एकता दल का साथ
उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में ओवैसी प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ सकते है।
पूरी संभावना है कि इस बार होने वाले चुनावों में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा सांप्रदायिक ध्रवीकरण होने वाला है।
इसे भी पढ़े-सहारनपुर में डा. भीमराव अंबेडकर की मूर्ती लगाने को लेकर हुआ विवाद
ओवैसी की इन चुनावों मेंं पूरी कोशिश रहेगी कि वो प्रदेश में रहने वाले सभी मुस्लिम समुदाय के लोगो अपनी पार्टी के साथ ले।
इस पहले जब प्रदेश में साल 2012 में चुनाव लड़ा गया था तो उस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्ट्राचार को बना है।
समाजवादी पार्टी पार्टी प्रदेश की जनता को ये बताने में सफल रही थी कि बसपा ने जमकर भ्रष्ट्राचार किया है।