मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक तरफ जहाँ अपने चचेरे भाई आदित्य यादव की शादी का जश्न मन रहे थे.जिसमें हजारों की संख्या में लोंगों को इस के लिए आमंत्रित किया गया था।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
- उन्नाव जिले के अजगैन थाना के कुशुम्भी गांव में निवासी एक मजदूर पिछले तीन दिनों से भूख के लिए तड़प रहा था।
- उसने भूख से तड़पते हुए शुक्रवार को अपना दम तोड़ दिया।
- मगर इस बुजुर्ग की आवाज किसी तक नहीं पहुंची।
- इस बात से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अखिलेश सरकार को गरीब लोगों को कितनी परवाह है।
- उस बुजुर्ग ने पेट भरने के लिए मरने से पहले मिट्टी तक खाई और तालाब का गंदा पानी भी पिया।
भूख से हुई एक मजदूर की मौत:
- मजदूर श्रीपाल की पत्नी पहले ही उसे छोड़कर चली गई थी।
- गांव वालों ने चंदा लगाकर मजदूर श्रीपाल की बेटी की शादी कर दी थी।
- उसके बाद से श्रीपाल अकेला ही रहता था।
- गांव वाले उसे कभी कभार भोजन दे देते थे।
- कुशुम्भी गांव के स्थानीय लोगों ने बताया कि मजदूर श्रीपाल ने मरने से पहले गांव के कई लोगों से अन्न की फरियाद की थी।
- वह अनाज के लिए कोटेदार के पास भी गया।
- लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की जिसके फस्वरूप उसकी भूख के कारण म्रत्यु हो गयी।
- मजदूर श्रीपाल की म्रत्यु से यूपी सरकार पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
मजदूर की मौत का ज़िम्मेदार :
- वैसे तो देश के प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास और प्रदेश के CM सरकार के चार साल पूरा होने पर समाजवादी दिवस मना रहे हैं।
- अपनी सरकार को गरीबों की सरकार कहते हैं क्या वो सब दिखावटी या सिर्फ कहना वाली बातें होती है।
- जब मीडिया के कुछ पत्रकारों ने उन्नाव की जिलाधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने उनका कॉल भी नहीं उठाया ।
- मौत की सूचना जिला प्रशासन को देने के चार घंटे के बाद तक गांव में कोई अधिकारी या प्रशासनिक अधिकारी गाँव नहीं पहुंचा था।
- वहीं प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश में लगा हुआ है।
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- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अभी कुछ दिन पहले ही खाद्य सुरक्षा योजना लागू की थी।
- इसके तहत एक व्यक्ति को एक महीने में कम से कम 5 किलो अनाज दिया जाएगा।
- जिसमें दो रुपये प्रति किलो की दर से 3 किलो गेंहूं और 3 रुपये प्रति किलो की दर से चावल देने का प्रावधान रखा गया था।
- इस योजना के बाद भी मजदूर श्रीपाल की मृत्यु हो गयी।
- इस मामले में थाना प्रभारी अजगैन विनोद यादव का कहना है कि मामले की जांच चल रही हैं।
- क्या सिर्फ इतना कह देना काफी है?
- क्या अखिलेश सरकार अब अपनी आँखे खोलेगी या ऐसे ही लोग भूखे मरते रहेंगे?