प्रदेश के गाजीपुर में लाइफ लाइन एक्सप्रेस जिसका दूसरा नाम जीवन रेखा है। यह ट्रेन जनपद में इन दिनों कई तरह की बीमारियों का निशुल्क इलाज करने के लिए रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के सहयोग से आई है। इस ट्रेन में आंख से लेकर कैंसर तक का इलाज किया जाता है। जिसके लिए मरीज को अपने तय समय पर जांच कर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। वहीं, इन दिनों लाइफ लाइन के डॉक्टरों के द्वारा आंख का जांच कर आपरेशन के लिए डेट दिया जा रहा है। इस ऑपरेशन से जहा सैकड़ो लोग लाभान्वित हो कर जिला अस्पताल में भर्ती हुए है। लेकिन आज जिला अस्पताल का नजारा कुछ औऱ ही था। सैकड़ो लोग अपनी रजिस्ट्रेशन की पर्ची लेकर परेशान नजर आते दिखायी दिये।
डेट देने के बाद भी नहीं करते है डॉक्टर ऑपरेशन
अस्पताल पहुंचे लोगों ने बताया कि जांच बीते 29 और 30 तारीख में हुआ था। उसी दौरान उनके पर्ची पर आपरेशन का डेट भी पड़ा है। लेकिन जब वे अपने दिए हुए डेट पर पहुंचे तो उनकी जगह किसी और कि पर्ची लगा दिया गया। और फिर अगले दिन बुलाया गया। लेकिन अगले दिन भी उनकी कोई सुनने वाला नही। आज ऐसे सैकड़ो लोग मिले जिनको कई दिनों से टरकाया जा रहा है। इतना ही नही कुछ पीड़ितों ने बताया कि इसके कुछ कर्मचारी पैसे की भी मांग कर रहे। जिन्होंने पैसा दिया उनके मरीज का नाम ऑपरेशन की लिस्ट में दर्ज हो गया जो नही दिया भटक रहा है। वही कुछ ऐसे भी मरीज के तीमारदार ने मरीजो के मिलने वाले भोजन में भी कमी की बताई।
अॉपरेशन करने के लिए डॉक्टर लेते है पैसा
लाइफ लाइन के इंचार्ज डॉ अनिल ने बताया कि हमारा लक्ष्य 600 मरीजो का ऑपरेशन के था। लेकिन 800 से ऊपर रजिस्ट्रेशन हुआ है। ऐसे में भीड़ बढ़ गई है। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर आज वापस जाने वाले थे लेकिन उनसे एक दिन के लिए और रिक्वेस्ट किया जाएगा। प्रतिदिन 100 से ऊपर मरीजो का ऑपरेशन किया जा रहा। जिन लोगो की शिकायत है वे अपने तय समय पर नही पहुंचे जिससे उनकी जगह अगले मरीज का ऑपरेशन किया गया। वही पैसे लेकर नंबर लगाने की बात को सिरे से खारिज किया। हम ज्यादा रजिस्ट्रेशन इस लिए किए है कि बहुत सारे लोग रजिस्ट्रेशन के बाद भी ऑपरेशन नही कराते है। उनकी जगह हम एक्स्ट्रा लोगों का ऑपरेशन करते है। जो बचे है उनके लिए हमारी बात चल रही है। पैसों के मामले को इंचार्ज ने मना कर दिया है। कहा ऐसी कोई बात नहीं है।