मयूर ग्रुप पर आयकर छापे की कार्रवाई: बड़े खुलासे
- देश के बड़े वनस्पति घी निर्माता मयूर ग्रुप पर आयकर छापे की कार्रवाई 90 घंटे तक चली।
- आयकर अफसरों ने पांच करोड़ का सोना और ज्वेलरी सीज की है।
- शेल कंपनियों से करीब 20 करोड़ का लोन, आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों से 22 करोड़ से ज्यादा का कारोबार भी उजागर हुआ है।
- ग्रुप पर 25 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला बना है।
- कारोबार, संपत्ति के 10 हजार से अधिक प्रपत्र जब्त करके ग्रुप के निदेशकों के बयान दर्ज किए हैं।
मुख्य खुलासे
- आयकर विभाग ने मयूर ग्रुप के सात साल के कारोबार पर खास फोकस किया है।
- छानबीन में साफ़्टा नियमों का गलत तरीके से इस्तेमाल करके बड़े मुनाफे का भी पता चला था।
- ग्रुप पर यह तीसरी बड़ी कार्रवाई हुई थी।
- 50 से ज्यादा कम्प्यूटर व लैपटॉप जब्त किए गए हैं।
- 35 से महज छह ठिकानों पर सिमट गई थी जांच।
- खुफिया कमरे से मिले 45 लाख से ज्यादा कैश।
- बाजार के कारोबारी सहमे रहे।
आयकर विभाग की कार्रवाई का क्या असर पड़ेगा?
आयकर विभाग की कार्रवाई से मयूर ग्रुप की छवि को नुकसान पहुंचा है। साथ ही, यह अन्य कारोबारियों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे टैक्स चोरी से बचें।