देश में अभी हैदराबाद के छात्र की ख़ुदकुशी का मामला शांत भी नही हुआ था कि बुधवार की रात को लखनऊ के बीएन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (बीएनसीईटी) के एक छात्र लवकुश मिश्रा(23) ने ख़ुदकुशी कर ली। ख़ुदकुशी करने वाला छात्र बीटेक फाइनल इयर में पढता था।
एचओडी को बताया ख़ुदकुशी की वजह
आजमगढ़ के सरायदेव के किसान ओम प्रकाश मिश्रा का सबसे छोटा लड़का लवकुश मड़ियांव के श्रीनगर मोहल्ले के एसके डंगवाल के घर में किराये पर रहता था, जहाँ उसने बुधवार रात को अपने कमरे में ख़ुदकुशी कर ली। मरने से पहले छात्र ने चार पन्नों का एक सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसके मुताबिक उसने अपनी मौत का कारण एचओडी को बताया।
इंस्पेक्टर संतोष सिंह ने बताया की बीएनसीईटी में बीटेक के एचओडी दीपक असरानी ने उसे दूसरे सेमेस्टर से ही उसकी उपस्थिति को लेकर परेशान किया हुआ था। कॉलेज जाने के बाद भी उसकी अनुपस्थिति ही दर्ज़ की जाती थी। शिकायत करने पर सम्बंधित एचओडी ने उससे कई बार रिश्वत भी मांगी। लवकुश के बड़े भाई लवकुश के मुताबिक एचओडी ने उसकी अनुपस्थिति ठीक करने तथा यूपीटीयू से उसका एनरोलमेंट भेजने के लिए उससे 20000 रुपये मांगे थे, जिसका इंतजाम तो लवकुश ने कर दिया था। फिर भी एचओडी ने उसे परेशान करना जारी रखा, साथ ही साथ एचओडी ने उससे फिर से 10000 रुपये की मांग की। जिसके बाद इस मामले की शिकायत उसने डायरेक्टर से भी की थी, परन्तु डायरेक्टर ने उसकी शिकायत पर कोई गौर नही किया। आखिर में जब उसे पेपर देने से भी रोक दिया गया तो आहत होकर लवकुश ने ख़ुदकुशी कर ली।
मामले की जांच का आदेश
बीएनसीईटी के प्रबंधक आर.पी.पाण्डेय जी ने मामले की पूर्ण जांच करने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने ये बताया की रिकॉर्ड के मुताबिक लवकुश एक साल से अनुपस्थित था, और उसका एनरोलमेंट भी नहीं हुआ है। इसलिए उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया था।