पूरा भारत देश आजादी यानी (स्वतंत्रता दिवस) के जश्न में डूबने के लिए तैयार है। पूरे देश में इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यूपी की जेलों से कैदियों को रिहा किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस बार हर जिला की भांति इटावा जिला में सजा के बाद जुर्माना अदा न कर पाने की स्थिति में जिला जेल की हवा खा रहे करीब एक दर्जन कैदी हमेशा के लिए आजाद कर दिए जाएंगे। जेल प्रशासन द्वारा ऐसे कैदियों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को उन्हें रिहा करने की कवायद भी की जा रही है। जुर्माना राशि अदा करवाने के लिए समाजसेवियों तथा संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। इससे आर्थिक रूप से कमजोर कैदियों को राहत मिलेगी। 15 अगस्त को ऐसे बंदी भी मुक्त किए जाने हैं जो अपने आरोपित जुर्म में होने वाली सजा के मुताबिक विचाराधीन बंदी के रूप में जेल में समय बिता चुके हैं। इन दिनों जेल में क्षमता से तीन गुना यानी करीब 1800 बंदी और कैदी हैं। उनमें करीब 450 सजायाफ्ता कैदी हैं।
सजायाफ्ता कैदियों में कई ऐसे कैदी हैं जो निर्धारित कारावास की अवधि व्यतीत कर चुके हैं। लेकिन जुर्माना राशि अदा न कर पाने की स्थिति में जेल में रहना उनकी विवशता बनी हुई है। वर्तमान दौर में हत्या, लूट, गैंगरेप सहित अन्य कई संगीन मामलों में कैद के साथ 10 से लेकर 50 हजार रुपये जुर्माना भी किया जा रहा है। कई कैदी आर्थिक स्थिति के चलते जुर्माना अदा नहीं कर पाते हैं। शासन ने ऐसे कैदियों की जुर्माना राशि समाजसेवी संस्थाओं तथा दानवीरों के माध्यम से अदा कराने की रणनीति तैयार की है। जेल प्रशासन ऐसे लोगों से संपर्क करके उनको ऐसे कैदियों की आर्थिक मदद के लिए प्रेरित करेंगे।
जेल अधीक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश के तहत जुर्माना अदा न करने के कारण जेल में रहने वाले कैदियों को सूचीबद्ध कराया जा रहा है। समाजसेवियों के माध्यम से जुर्माना राशि का भुगतान कराकर ऐसे करीब एक दर्जन कैदियों को उक्त दिन यानी 15 अगस्त को मुक्त कराया जाएगा।