शहीद ब्रजेन्द्र बहादुर सिंह के बाद बलिया के एक और लाल राम प्रवेश यादव ने आज वतन खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी. बता दें कि बलिया के उभाव थाना क्षेत्र के टंगुनिया गांव के रहने वाले शहीद राम प्रवेश यादव जम्मू कश्मीर के रामबन जिले मे बनिहाल पट्टी शिविर मे तैनात थे. इस दौरान आतंकवादियों से देश की रक्षा करते हुए उन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी.
पैतृक गांव के पसरा सन्नाटा-
- जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए बलिया के लाल ने अपनी जान कुर्बान कर दी.
- शहीद राम प्रवेश यादव जम्मू कश्मीर के रामबन जिले मे बनिहाल पट्टी शिविर में तैनात थे.
- फिलहाल शहीद के परिजनों को उनकी शहादत की सूचना दे दी गई है.
- सूचना पर मिलने पर शहीद राम प्रवेश यादव के घर में जहाँ मातम छाया हुआ है.
- वहीँ उसके बलिया के उभाव थाना क्षेत्र स्थित उसके पैतृक गांव टंगुनिया में भी सन्नाटा पसरा है.
- जिसके बाद परिजनो के साथ-साथ पूरा गांव शहीद राम प्रवेश यादव के पार्थिव शरीर के आने का इन्तजार कर रहा है.
6 दिन पहले निकली थी शहीद ब्रजेन्द्र बहादुर की अंतिम यात्रा-
- पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा किये गए सीजफायर उल्लंघन में 15 सितंबर को बलिया का एक लाल शहीद हुआ था.
- जिसके बाद BSF के ब्रजेन्द्र बहादुर सिंह पार्थिव शरीर 16 सितम्बर पैतृक गांव नारायणपुर पहुंचा था.
- जहाँ उनके मासूम बेटे ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी थी.
- उस दौरान गाँव की फिजाओं में ‘भारत माता की जय, ब्रजेन्द्र अमर रहे’ जैसे नारे गूंज रहे थे.