हालही में अमेरिका में हुई स्टडी में पाया गया है कि अमेरिका में इलाज के दौरान हुई कुल मौतों में अमेरिकी डॉक्टरों द्वारा इलाज किये जाने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है.जबकि भारतीय डॉक्टरों द्वारा इलाज के दौरान होने वाली मौतों कि संख्या कम है.

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भारतीय मरीज नहीं करते भरोसा

  • भारतीय डॉक्टरों के लिए एक बहुत ही गर्व की खबर इन दिनों मीडिया में चल रही है.
  • अमेरिका में बोस्टन स्थित हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में एक स्टडी की गयी है.
  • जिसके मुताबिक अमेरिका के बाहर से आये विशेषकर भारतीय डॉक्टरों द्वारा किये गए इलाज में मौतों की दर कम रही है.
  • अमेरिका से डॉक्टरी पढ़े अमेरिकन डॉक्टरों के मुकाबले भारत व अन्य देशों से डॉक्टरी पढ़े डॉक्टरों की संख्या 25 प्रतिशत है.
  • डॉक्टरों के बीच से ही ये बातें निकल कर सामने आती हैं भारतीय मरीजों को विदेशी डॉक्टर समझ नहीं आते हैं.

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  • केजीएमयू के एक डॉक्टर का इस खबर पर एकऐसा कमेंट सुना गया है.
  • सभी लोगों को भारतीय डॉक्टर पसंद आते हैं एक सिर्फ भारतीय मरीजों को छोड़कर.
  • भारत में अक्सर डॉक्टरों और मरीजों के तीमारदारों के बीच तकरार की ख़बरें आती रहती हैं.
  • सरकारी और निजी अस्पतालों में तोड़फोड़ की घटनाएं भी बड़ी संख्या में होती रहती हैं.
  • उनका कहना है कि अमेरिका हो या इंग्लैंड के मरीज वो भारतीय डॉक्टर को प्राथमिकता देते हैं.
  • जबकि वही दूसरी ओर भारतीय मरीज विदेश जाकर विदेशी डॉक्टरों से अपना इलाज करना चाहते हैं.

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  • ब्रिटिश कहते हैं कि ईश्वर ने भारतीय डॉक्टरों के रूप में हमें एक बेहतर विकल्प दिया है.
  • डॉक्टरों की इस तरह की प्रतिक्रियाओं के बीच यह सोचना जरूरी है कि आखिर खामियां कहाँ पर हैं.
  • जिससे मरीजों के तीमारदारों और डॉक्टरों के बीच बढ़ती परेशानियों को ख़त्म किया जा सके.
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