डॉलर के मुकाबले भारत का रूपया दिन पर दिन गिरता जा रहा है, जिसके कारण बढती महंगाई और पेट्रोल डीजल के दामों में उछाल से देश वासी न केवल परेशान है बल्कि आर्थिक तंगी की मार भी झेल रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के लोगों को अब भगवान गणपति का ही सहारा दिख रहा हैं और इस गणपति पूजा में वे गणेश जी से अपनी नैया पार लगाने की अपील करने वाले हैं.
राष्ट्रीय समस्या की थीम पर होगा गणपति उत्सव:
रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश के आगमन का समय आ गया हैं. दुःख और तखलीफे हरने वाले गणपति जी से इस बार भक्त डॉलर के मुकाबले गिरते रुपया को थामने के लिए आवाहन किया जायेगा.
राजधानी लखनऊ के चौपतियाँ में गणपति महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. और गणपति जी को विराजा जाएगा. इस गणपति महोत्सव की थीम देश की गंभीर समस्या से जुड़ा होगा. लुढकते रुपये को मजबूत करने की थीम के साथ गणपति बप्पा की पूजा अर्चना होगी.
इस बार भक्तों को गणेश जी से आस है कि वहीं लुढ़कते- सरकते रुपया को संभालेंगे और उसे मजबूत करेंगे.
साथ ही पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों को कम करने के लिए भी गणपति जी से रोज प्रार्थना की जाएगी.
पर्यावरण संरक्षण का देंगे संदेश:
इतना ही नहीं गणपति पूजा के साथ लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरक भी किया जायेगा. इसी कड़ी में आने वाले भक्तों को कपड़े के झोले दिए जायेंगे.
कार्यक्रम का आयोजन श्री शुभ संस्कार समिति करवा रही है. इस समिति द्वारा 19 वें श्री गणेश जन्म उत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकीं हैं.
पॉलिथीन का विरोध करते हुए समिति की महामंत्री ने बताया कि में आए कपड़ों के थैले आये हुए भक्त गणों के बीच वितरण किया जाएगा और उन्हें संकल्प दिलाया जाएगा कि वह पॉलिथीन का उपयोग ना करें।
13 सितम्बर को विराजेंगे गणपति बप्पा:
श्री शुभ संस्कार समिति की रिद्धि गौड़ ने बताया कि श्री गणेश जन्मोत्सव 13 सितंबर से 18 सितंबर तक बड़ा शिवाला रानी कटरा चोपटिया में धूमधाम से मनाया जाएगा ।
वहीं 19 सितंबर को भगवान गणेश जी का विधि विधान से विसर्जन किया जाएगा ।
समिति की महामंत्री रिद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि इस बार गणेश प्रतिमा रुपए को संभालते हुए देखी जा सकेगी. इसके पीछे का कारण देश की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करना हैं.
भक्त पेट्रोल, डीजल और गैस के बढ़ते हुए दामों को कम करने के लिए श्री भगवान गणेश से प्रार्थना करेंगे. साथ ही गणपति जी को मोदक का भोग लगा कर उनसे अपनी अर्जी लगायेंगे.
ईकों फ्रेंडली होगी गणेश प्रतिमा:
प्रत्येक वर्ष की भाति इस वर्ष भी भगवान गणपति की इको फ्रेंडली मूर्ति मिट्टी भूसी से बनाई गई है और वॉटर कलर का उपयोग किया गया है.
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”उत्तर प्रदेश की खबरें ” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”date”]