कहते हैं कि देश की सियासत की शुरुआत उत्तर प्रदेश से होती है। राजधानी दिल्ली में सियासत का समीकरण यूपी से ही बैठता है। देश की सियासत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला राज्य उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है जिसने देश को पहली महिला मुख्यमंत्री दिया। जी हां आपने सही सुना, भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री किसी और राज्य की नहीं बल्कि हमारे उत्तर प्रदेश से हैं। आइये हम आपको बताते हैं भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री के बारे में।
भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री:
- भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री की ख्याति उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी को प्राप्त है।
- सुचेता को 1962 में बस्ती जिले के मेंढवाल सीट से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए भेजा गया।
- वह तीसरी विधानसभा में भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं।
- इनका कार्यकाल 2 अक्टूबर 19963 से 13 मार्च 1967 तक रहा।
- 5 साल तक प्रदेश की मुख्यमंत्री रहने के बाद वह चौथी लोकसभा में यूपी के गोंडा से 1967 में अंतिम बार वह सांसद चुनीं गयीं।
- वह पहली महिला मुख्यमंत्री के साथ कुशल राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी भी थीं।
- कृपलानी उन चंद महिलाओ में शामिल है, जिन्होंने बापू के करीब रहकर देश की आज़ादी की नींव रखी।
- आपको बता दें कि 14 अगस्त 1947 को उन्होंने वन्दे मातरम गीत भी गाया।
- उन्होंने संसद में नेहरु के भाषण देने से पहले ही यह गीत गाया था।
- इसके साथ ही वह 1940 में स्थापित ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की संस्थापिका भी थी।
कृपलानी का कोई संबंध नहीं था यूपी से:
- सुचेता कृपलानी का उत्तर प्रदेश से कोई ताल्लुक नहीं था।
- सुचेता का जन्म पंजाब के अंबाला में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- उन्होंने पंजाब के इन्द्रप्रस्थ कॉलेज से शिक्षा हांसिल की थी।
- शिक्षा हांसिल करने के बाद वह बनारस के हिन्दू यूनिवर्सिटी की इतिहास (कानून) की प्रोफेसर बनीं।
- उनका विवाह हैदराबाद के जीवतराम भगवानदास कृपलानी हुआ था।
- जीवतराम भगवानदास (जेबी) कृपलानी जो भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रतासेनानी और राजनीतिज्ञ थे।
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