उत्तर प्रदेश में बारिश कहर बनकर बरस रही है. जल जमाव की समस्या से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से गिरती इमारतों और जल जमाव में टापू बने इलाकों ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है. कानपुर के हालात भी इससे अलग नहीं दिखते. कुव्यवस्था के आलम के बीच कल गुस्साए लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदर्शन किया था.
प्रदर्शन के बाद जागा प्रशासन:
बाढ़ से परेशान लोगों ने कल नेशनल हाइवे पर जाम लगाकर हंगामा किया था. 24 घंटे के बाद प्रशासन की नींद टूटी और उसे प्रभावी कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा.
बने राहत कैंप:
बाढ़ पीड़ितों के हंगामे के बाद प्रशासन ने बाढ़ से बेघर हो चुके लोगो के लिये राहत कैंप बनाने का फ़ैसला किया. ये राहत कैंप प्राथमिक विद्यालय में बनाया गया है। इस कैंप में पीड़ितों के लिए समुचित व्यवस्था की गयी है.
निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री:
बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत कैंप में व्यवस्थाओं का जायजा लेने उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना पहुंचे. उनके साथ सूबे के जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत भी मौजूद थे. दोनों लोगों ने कैंप के अलावा प्रभावित इलाके का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बाढ़ पीड़ितों का लिया हाल और कैम्प में रह रहे लोगो के भोजन और दवाइयों की व्यवस्था कराई।
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