उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ पुलिसकर्मी लगातार अपने काम की वजह से पुलिस महकमें का सिर गर्व से ऊंचा कर रहे हैं। ताजा मामला यूपी के रायबरेली जिला का है यहां एक मासूम के लापता होने के बाद उसका शव मिलने से सनसनी फैल गई। बेकाबू भीड़ पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा कर रही थी तभी रायबरेली के एसपी शिवहरि मीणा भी मौके पर पहुंच गए। वह एक सिपाही के साथ ड्यूटी का निर्वहन करते हुए तालाब में उतर गए और तालाब के भीतर घुसकर तथ्यों को जांचा। एक पुलिस अधिकारी के इस काम को देखकर भीड़ का गुस्सा छू मंतर हो गया और सभी पुलिस की प्रशंसा करने के लिए बाध्य हो गए।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
गौरतलब है कि शहर के अनवर नगर निवासी सगीर अहमद और उनकी पत्नी मैसर जहां बुधवार सुबह लगभग 9;00 बजे अपनी इकलौती संतान नोमान का एडमिशन कराने अहिया रायपुर में संचालित अलहम्द पब्लिक स्कूल पहुंचे। दंपती को रिसेप्शन कक्ष में बैठाकर नोमान को टेस्ट के लिए भेज दिया गया। लगभग दो घंटे गुजर जाने के बाद भी बच्चे के वापस न लौटने पर दंपती को फिक्र हुई।
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उन्होंने स्कूल स्टाफ से नोमान के बारे में पूछा। प्रबंधन ने बताया कि टेस्ट तो काफी देर पहले खत्म हो गया। बच्चा शायद दूसरे गेट से बाहर निकल गया हो। स्कूल के अंदर और बाहर खोजबीन की गई लेकिन नोमान का पता नहीं चल सका। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का आलम ये रहा है कि उसने बच्चे के गायब होने पर अपनी जिम्मेदारियों से भी पल्ला झाड़ लिया।
बदहवास अभिभावकों ने पुलिस को सूचना दी। बच्चे को खोजने के लिए परिवार के लोगों के साथ ही पुलिस की टीमें भी निकली। गुरुवार देर शाम तक नोमान के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी थी। कोतवाल एके सिह परिहार ने बताया कि अपहरण का मुकदमा दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी गई थी। पुलिस की कई टीमें बच्चे की खोज में लगी थी। लेकिन शुक्रवार सुबह एक तालाब में बच्चा मिलने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मौत की वजह जानने तालाब में उतरे एसपी
अभिभावक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू की थी। सोशल मीडिया पर भी बच्चे की फोटो पोस्ट कर जानकारी मांगी जा रही थी। लेकिन सुबह उसका शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया। उन्होंने स्कूल की प्रबंधक नौशाद फातिमा से पूछताछ की। फिर अनवर नगर, गल्ला मंडी, घंटाघर, किला बाजार, कहारों का अड्डा सहित लगभग आधा दर्जन मोहल्लों की गलियों में पुलिस गई। रातभर जद्दोजहद के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा था। मासूम नोमान कहां है? वह कैसे स्कूल से गायब हो गया? रंजिशन किसी ने उसे गायब किया या फिरौती के लिए या फिर वजह कोई है? इन सब प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए पुलिस की 70 से ज्यादा टीमें जिलेभर में घूम रही हैं। पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीना ने नोमान के हत्यारों को तलाश करके के लिए तथ्यों को जांचने के लिए तालाब में उतारकर पड़ताल की।
नोमान की मां हुई बेहोश
नोमान के अचानक गायब के बाद उसका शव मिलने के बाद सबसे ज्यादा परेशान उसकी मां मैसर जहां हैं, वह बेटे को पुकारते-पुकारते बेहोश होकर गिर रही थी। मैसर रुंधे गले से बोल रही थी कि हम तो अपने बच्चे का भविष्य बनाने स्कूल ले गए थे। न जाने वो कौन सी घड़ी थी कि मेरा लाडला मुझसे दूर हो गया। मुझे मेरा बच्चा वापस चाहिए। उसके बिना एक पल भी गुजारना मुश्किल हो रहा है।