बसपा नेता हत्याकांड मामले में एसएसपी इलाहाबाद ने लापरवाही बरतने वाले इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। यूपी में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के सत्ता संभालते ही रविवार को बसपा नेता की गोलियों से छलनी हत्या कर दी गई थी।
इंस्पेक्टर पर लापरवाही का आरोप
- रविवार को बसपा नेता मो० शमी की मउआइमा चौराहे पर गोली पर हत्या कर दी गई।
- आरोप है कि मृतक नेता और आरोपियों के बीच पहले विवाद हो चुका था।
- इस मामले पर मउआइमा इंस्पेक्टर ने कार्रवाई नहीं की थी।
ये है पूरा मामला
- मृतक बसपा नेता मो० शमी रविवार रात करीब 9.30 बजे मउआइमा के मुख्य चौराहे के नजदीक स्थित पेट्रोल पम्प पर मौजूद थे।
- रात करीब 9.30 बजे दो बाइक पर सवार अज्ञात हमलावरों ने बसपा नेता को गोलियों से भून दिया।
- मो० शमी को एक के बाद एक 5 गोलियां मारी गयी, जिसके चलते बसपा नेता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।
- प्रथम दृष्टया मामले में चुनावी रंजिश की भूमिका दिखाई पड़ रही है।
सपा छोड़ बसपा में हुए थे शामिल
- इलाहाबाद में रविवार देर रात बसपा नेता मो० शमी की हत्या कर दी गयी थी।
- गौरतलब है कि, मो० शमी चुनाव से पहले सपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे।
- इतना ही नहीं कई ग्राम प्रधान और बीडीसी का समर्थन भी वो बसपा लेकर चले गए थे।
- साथ ही उन्होंने वहां की बसपा प्रत्याशी गीता पासी का भी समर्थन किया था।
- इसे सपा के लिए एक बड़े झटके के तौर पर भी देखा गया था।