सारनाथ, उत्तर प्रदेश का वह पावन स्थल है जहाँ भगवान बुद्ध ने पहली बार धर्म की शिक्षा दी थी और यही वह जगह है जहाँ पहली बार बुद्ध संघ अस्तित्व में आया था।
भव्य रही शुरुआत :
- आपको बता दें कि बीते दिन काशी में 36 देशों के करीब 300 बुद्ध अनुयायियों का स्वागत किया गया।
- इस अवसर पर दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती का नजारा आज कुछ खास रहा।
- बता दें कि इस गंगा आरती को पूर्ण रूप से बुद्ध अनुयायियों को समर्पित किया गया था।
- काशी घाट पर होने वाली यह गंगा आरती काशी की परंपरा को दर्शाती है जो बहुत मनमोहक है।
बुद्ध अनुयायियों ने लिया पैनल चर्चा में भाग :
- आपको बता दें कि सारनाथ में होने वाले इस आयोजन में कई दिग्गजों ने भाग लिया।
- इसके अलावा इस दौरान हुई पैनल चर्चा में विभिन्न देशों के बुद्ध अनुयायी भी मौजूद रहे।
- इस आयोजन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई जिसने सबका ध्यान आकर्षित किया।
- यूपी पर्यटन के सेक्रेटरी विनोद ज़ुत्शी ने बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का मुद्दा उठाया।
- इसके साथ ही विश्व पर्यटन संगठन के कार्यकारी निर्देशक मर्चियो फविल्लो ने भी अपने विचार रखे।
- जिसके तहत उन्होंने सरकारी व प्राइवेट संस्थाओं को साथ में रहकर काम करने का सुझाव दिया।
- इसके अलावा पर्यटन मंत्रालय की अपर निर्देशक मिनाक्षी शर्मा ने भगवान बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला।
- जिसके बाद यूपी पर्यटन के प्रधान सेक्रेटरी व डीजी नवनीत सहगल ने उन्हें बधाई दी।
- इसके साथ ही इस आयोजन में भारत-बुद्ध की धरती विषय पर भी चर्चा हुई।
- साथ ही सारनाथ को बुद्ध पर्यटन का हब बनाने पर भी चर्चा की गयी।